लखनऊ: अयोध्या में सोमवार को राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों की बड़ी बैठक होने वाली है. इस पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की बैठक से कोई आपत्ति नहीं है. सियासत करने के लिए बहुत सी बैठक की जाती हैं. राम मंदिर पर फैसला संत नहीं सर्वोच्च न्यायालय करेगा. किन्तु संत जहां हों, वहां शांति होनी चाहिए. इस तरह की बैठक बाहर नहीं होनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि अयोध्या के मणिराम दास छावनी में आयोजित राम मंदिर को लेकर श्री राम जन्मभूमि न्यास की बैठक आज होने वाली है. इस बैठक में विहिप और संघ के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे. न्यास प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास के नेतृत्व में दोपहर 3 बजे बैठक शुरू होगी. इस बैठक में राम मंदिर के साथ ही जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने व जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी चर्चा होगी.
इस बैठक से पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है. वेदांती ने दावा किया है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया पर कार्य करना केंद्र सरकार चौथे चरण में 2024 में आरम्भ करेगी. इस बैठक में अयोध्या के सभी संत महंत शामिल होंगे. इसमें विश्व हिंदू परिषद के नेता भी हिस्सा लेंगे.