पंजाब के पठानकोट में अभी शादी नहीं हुई थी, इसलिए मां ने माथे पर सेहरा और कलगी सजाकर 20 वर्षीय शहीद बेटे को अंतिम विदाई दी. शवयात्रा निकलने से पहले उसने बेटे को सेल्यूट करके कहा, शहादत पर गर्व करती हूं, शत शत नमन
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारतीय सेना की 7 डोगरा रेजीमेंट के 20 वर्षीय सिपाही सौरभ कुमार चंडी मंदिर पोस्ट पर ड्यूटी के दौरान हादसे में शहीद हो गए. रविवार देर शाम को तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह को चंडी मंदिर से मिलट्री अस्पताल पठानकोट लाई गई, जहां रात रखने के बाद सोमवार को पार्थिव शरीर पैतृक गांव पठानकोट जिले के गांव भटोआ ले जाई गई. वहां पूरे सैन्य सम्मान से शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.
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अगर आपको नही पता तो बता दे कि तिरंगे में लिपटी शहीद सौरभ कुमार की पार्थिव शरीर जब गांव भटोआ पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया. इकलौते बेटे का पार्थिव शरीर देखकर मां बदहवास हो गई. जैसे-तैसे खुद को संभाला और फिर शहीद बेटे के माथे पर सेहरा-कलगी सजाया. बहन डिंपल ने भी भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसे अंतिम विदाई दी तो यह दृश्य देखने वाले हर शख्स की आंख नम हो गई.
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