Apr 28 2016 02:39 PM
श्रीहरिकोटा : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गुरूवार को अंतिरक्ष में महत्वपूर्ण उड़ान भरी। दरअसल इसरो के स्पेस आॅपरेशन के तहत आज दोपहर 12.50 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसरो ने रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सीरीज के 7 वें और अंतिम उपग्रह को प्रक्षेपित कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार यह अंतरिक्ष कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण रहा।
इस कार्यक्रम के साथ ही भारत क्षेत्रीय उपग्रह नौवहन प्रणाली रखने वाले विशिष्ट देशों के क्लब में शामिल हो गया। आईआरएनएसएस 1 जी सेटेलाईट अपने साथ 2 पे-लोड ले गया है। इसमें नेविगेशनल और रेंजिंग पे लोड को शामिल किया गया है। इस सेटेलाईट की अवधि 12 वर्ष रखी गई है।
इसके पूर्व प्रक्षेपित आईआरएनएसएस सीरीज के 6 सैटेलाईट के काम प्रारंभ करने के ही साथ भारत के पास जीपीएस जैसी सुविधाऐं मिली हैं। यह उपग्रह भारत की रक्षा प्रणाली को सहायता पहुंचाएगा। दरअसल भारत की भौगोलिक सीमा से 1500 किलोमीटर की दूरी के स्थल की जानकारी भी प्रदान कर सकता है। इंडियन रिजनल नेविगेशन सैटेलाईअ सिस्टम में 7 उपग्रह हैं। यह भारत की जीपीएस जैसी प्रणाली को भी सहायता करेगा।
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