वॉशिंगटन : पेरिस में चल रही जलवायु परिवर्तन सम्मिट अब अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है। इसके साथ ही मीडिया में एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन वार्ता के दौरान भारत एक अहम भागीदार बनकर उभरा है। भारत ने इस सम्मिट में अपनी मजबूत पहचान रखी है। भारत ने विकसित देशों पर उत्सर्जन एवं वित्तपोषण पर तैयार नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वो लचीलापन नही दिखा रहे है। पूरे सम्मिट में ये देश रोड़े अटका रहे है।
इससे पहले सम्मिट की समय सीमा को एक दिन और बढ़ा दिया गया था। एक न्यूज रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्ताकारों को समझौते पर सभी के तैयार हो जाने की उम्मीद है। बस कुछ घंटे और। ऐसे में भारत ने अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। भारतीय नेता जलवायु परिवर्तन के मामले पर ऐसी स्थिति में हैं जहां उन्हें बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
समाचार में कहा गया है कि सम्मिट में शामिल अधिकारी पूरी दुनिया को बताना चाहते है कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक देश अंतरराष्ट्रीय जलवायु वार्ताओं में एक रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। इससे पहले अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने एक कार्टून बनाकर भारत का माखौल उड़ाया था। जिसमें भारत को पेरिस सम्मिट की राह का रोड़ा बताया था।