style="text-align: justify;">नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में दमखम के साथ जीत हासिल करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हौंसले इन दिनों पस्त नज़र आ रहे हैं। एक ओर जहां पार्टी की अंर्तकलह ने उन्हें तोड़कर रख दिया है तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में व्याप्त समस्याओं से खुद ही परेशान हैं।
मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल इन समस्याओं का पर्याप्त समाधान तलाश नहीं पा रहे हैं।
हाल ही में उन्होंने दिल्ली सचिवालय में सिविल सर्विसेज डे के कार्यक्रम में उन्होंने उपस्थितों को संबोधित किया।
जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें अपने द्वारा किए गए वादों को लेकर शुरू में बहुत डर लग रहा था। अब उन्हें उम्मीद है कि वे अपने द्वारा किए गए वादों को 40 से 50 प्रतिशत तक जरूर पूरा कर सकेंगे।
यदि 50 प्रतिशत तक भी हम अपने वादों को पूरा कर पाए तो यह समझा जा सकता है कि हमारी बात बन गई।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से आगे बढ़कर हर मोर्चे पर सरकार का सहयोग करने की अपील की।
मिली जानकारी के अनुसार निर्वाचन से पूर्व आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान की दिल्ली डायलाॅग टीम ने चुने थे। इन्हें पूरा करने के लिए केजरी सरकार ने काफी प्लानिंग की थी। इसकी प्लानिंग पर मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल का पूरा ध्यान था। यही नहीं करीब 50 प्रतिशत काम जुमला मूवमेंट था।