अहमदाबाद : देशभर में पाटीदार, पाटिल और पटेल आरक्षण की मांग को लेकर विरोध करने मैदान में उतरा पटेल समुदाय गुजरात के अहमदाबाद में रैली निकालने की तैयारी में लगा है। गुजरात में पटेल समुदाय पटेलों को शासकीय सेवाओं और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए आरक्षण देने की मांग कर रहा है। इस दौरान रैली के लिए लगभग 25 लाख लोग अहमदाबाद के जीएमसी मैदान में एकत्रित हुए। रैली के पहले आम सभा का आयोजन हुआ। जिसे हार्दिक पटेल ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जो भी हमारी बात नहीं मानेगा उसे उखाड़ दिया जाएगा। यदि पटेलों को आरक्षण नहीं दिया गया तो वर्ष 2017 में कमल नहीं खिलेगा।
उन्होंने कहा कि अपने हैं इसलिए प्यार से हक मांगने निकले हैं नहीं तो आवाज ओबामा तक पहुंचानी होगी। गुजरात में पटेल भले ही 20 लाख हों लेकिन हिंदुस्तान में हमारी संख्या 50 लाख है। 25 अगस्त को क्रांति दिवस मनाया जाएगा। उनका कहना था कि अब कोई रावण नहीं बचेगा। पटेलों द्वारा जेल भरो आंदोलन की शुरूआत कल से की जाएगी।
हम हर जगह जाने के लिए तैयार हैं। आने वाले चुनावों में मतदान जरूर किया जाएगा लेकिन चुनाव में हम नोटा का उपयोग करेंगे। गुजरात में ओबीसी के 27 प्रतिशत कोटे में आरक्षण की मांग पटेलों द्वारा की जा रही है लेकिन गुजरात सरकार ने कहा कि आरक्षण नहीं दिया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश जारी किया है उसमें आरक्षण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हम जहां भी निकलते हैं क्रांति वहां शुरू हो जाती है। हम लव और कुश के वंशज हैं। आखिर 14 वर्षों का वनवास क्यों। सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हमें आरक्षण नहीं मिल सकता मगर आतंकवादी के लिए रात में 3 बजे कोर्ट खुल सकता है।
हम किसी के साथ गद्दारी नहीं कर सकते हैं। हमने गुजरात के साथ केंद्र में सरकार तैयार की है मगर यह हमारे अधिकार की बात है इससे सभी मुंह मोड़ने लगे हैं। सरदार पटेल के संस्कार आज भी हमारे अंदर हैं। एक पटेल ने देश को एक किया हम 50 लाख पटेल हैं। युवाओं द्वारा यह आंदोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने 25 अगस्त को पटेल क्रांति दिवस की घोषणा भी की।
हार्दिक पटेल ने बुलंद आवाज में कहा कि अब लंका में कोई रावण नहीं बचेगा,केंद्र और राज्य की सरकारें जनता ने बनाई है,हम अरविन्द केजरीवाल जैसा कुछ बड़ा करके दिखाएँगे,हम चुप नहीं बैठेंगे,हमें अपनी मांगो को मनवाना आता है,बहुत ही जोशीले अंदाज़ में इस युवा लीडर ने पाटीदार समाज का नेतृत्व सम्भाला है.