कोलकाता: देशभर में लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना वायरस का कहर लोगों के लिए परेशानी का कारण बन चुका है. जंहा अब तक इस वायरस के कारण कई लोगों की जाने जा चुकी है. वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बताया कि कोरोना वायरस संकट के समय मैंने 15 जुलाई को विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का निर्धारण किया. लेकिन राज्य सरकार ने कहा है कि नियमों के अंतर्गत वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के लिए कोई प्रावधान जारी नहीं किए गए है.
मिली जानकारी के अनुसार इस वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का कई कुलपतियों ने निर्वासन किया. इस पर राज्यपाल का कहना है कि मैं पश्चिम बंगाल में शिक्षा को राजनीतिक शिकंजे में फंसा देख रहा हूं. मैं कुलपतियों के साथ एक बैठक कर महाविद्यालयों के समक्ष आ रही परेशानियों के बारे में जानना चाहता था लेकिन उन्होंने इसका पुरजोर खिलाफ किया.
जंहा इस बात का पता चला है कि पश्चिम बंगाल सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने बताया है कि कुलपित द्वारा किसी भी राज्य-सहायता प्राप्त महाविद्यालय में किए जाने वाले प्रस्तावित संचार को विभाग के माध्यम से भेजा जाने वाला है. और इस तरह के संचार पर कार्रवाई एक बार मंत्रालय द्वारा संपन्न होने के बाद की जानें वाली है. लेकिन कोई भी कुलपति सचिवालय नहीं होगा.
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