वडोदरा. पिछले कुछ सालों में भारत ने दुनिया भर के कई देशों को अपनी कई चीजें निर्यात की है और कुछ मामलों में वो निर्यात किये जाने के मामले में उस्ताद भी बन गया है. इस कड़ी में अब जल्द ही पेट्रोल-डीजल का निर्यात भी शामिल होने जा रहा है. दरअसल भारत और नेपाल के बीच जल्द ही इंटरनेशनल पाइपलाइन प्रोजेक्ट पूरा होने वाला है जिसके बाद भारत नेपाल को पेट्रोल-डीज़ल समेत कई अन्य तरह के तेलों का निर्यात कर पायेगा.
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इंटरनेशनल पाइपलाइन प्रोजेक्ट नाम से बन रहे इस प्रोजेक्ट के अंतरगत भारत से नेपाल तक 69 किमी लम्बी तेल पाइपलाइन बनाई जा रही है. इस पाइपलाइन प्रोजेक्ट का काम अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है और इसके ज्यादातर कार्य अपने अंतिम दौर में पहुंच गये है. आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट में कुल 440 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस लागत में से 320 करोड़ रुपये भारत ने और 120 करोड़ रुपये नेपाल ने निवेश किये है. इस प्रोजेक्ट के पूर्ण होने के साथ ही यह दक्षिण एशिया की ऐसी पहली अंतरराष्ट्रीय पाइपलाइन बन जाएगी.
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उल्लेखनीय है कि चीन भी जम्मू से होते हुए पाकिस्तान तक के लिए एक ऐसी ही पाइपलाइन बनाने कि योजना पर काम कर रहा है. ऐसे में चीन से पहले यह पाइपलाइन निर्मित करना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है.
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