इंश्योरेंस के नाम पर ठगे 20 करोड़, हिरासत में 115 लोग
इंश्योरेंस के नाम पर ठगे 20 करोड़, हिरासत में 115 लोग
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नोएडा : आखिरकार गाज गिर ही गई। उतर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने दिल्ली और नोएडा के तीन कॉल सेंटरों पर छापेमारी की। इस दौरान वहाँ से 115 लोगो को गिरफ्तार किया गया। इन कॉल सेंटरो पर इंश्योरेंस के नाम पर ठगी का धंधा चलाने का आरोप है। इस मामले में एसटीएफ का कहना है कि इसमें तकरीबन 20 करोड़ रुपए की ठगी हो सकती है। ठगी के इस कारोबार को पूजा मेहरा नाम की एक लड़की अपने पति निखिल मेहरा व पार्टनर रवि मेहरा के साथ मिलकर चला रही थी।

कैसे खुला भेद

मामले के खुलासे के बारे में बताते हुए एडिशनल एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि कंपनी के एजेंट अलीगढ़ के एक आदमी को इंश्योरेंस कराने के लिए फोन करते थे। इंश्योरेंस कराने के बदले में गिफ्ट व लोन दिलाने का भी लालच दिया गया। जानकारी के अनुसार, कंपनी ने इस आदमी से 56 लाख रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाए। इसी फर्जीवाड़े के बाज जांच शुरु हुई। इस नेटवर्क को चार लोग मिलकर चलाते थे। कॉल सेंटर के संचालक रवि, संजय को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी रूपेश अभी फरार है। फिलहाल हिरासत में करीब दो दर्जन युवतियां भी है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।

12 बैंक अकाउंट डिटेल भी मिले

एसटीएफ की तीन टीमों ने गुरुवार की शाम को पहले दिल्ली में दो जगहों पर छापेमारी की। इसके बाद नोएडा के सेक्टर 4 में छापेमारी की। पूछताछ के दौरान बीमा कंपनी की 12 अकाउंटो की भी जानकारी मिली है, जिसमें 20 करोड़ से अधिक की राशि जमा कराई गई है। एसटीएफ की टीम फिलहाल बैंक खातों में हुए ट्रांजेक्शन के जरिए फर्जीवाड़े के शिकार हुए लोगो की पहचान कर रही है। कहा जै रहा है कि 1000 लोगो से 100 करोड़ की राशि ठगी गई है।
जुलाई में हुआ था मामला दर्ज

इस जालसाज नेटवर्क के खिलाफ सबसे पहला मुकदमा गांधीपार्क में जुलाई माह में कोर्टयार्ड कंपाउंड के कारोबारी ने दर्ज कराया था। इसी मुकदमे की जांच करते हुए बृहस्पतिवार को यह कार्रवाई हुई है।

हर हफ्ते नया अकाउंट

यह फर्जीवाड़ा 2014 से 2015 के बीच किया गया। कहा जा रहा है कि आरोपी हर हफ्ते एक नया अकाउंट खोलते थे। जिसके लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए जाते थे। इस गुरोह की कुल 11 कंपनियाँ थी। जिसे पूजा ऑपरेट करती थी। हिरासत में लिए गए लोगो से पूछताछ चल रही है। जिसमें बताया गया कि ये लोग फोन के बाद घर पर जाकर भी कंफर्मेशन देते थे। छापेमारी में स्पेशल टास्क फोर्स ने तीनों कॉल सेंटर से कई सारे वॉकी टॉकी, लैपटॉप, हजारों लोगो के डेटा भी बरामद किए है। अक्टूबर माह में भी एसटीए ऐसे ही एक गिरोह का भंडा फोड़ किया था। जिसमें 83 लोगो को हिरासत में लिया गया था और यह करीब 15 करोड़ की जालसाजी थी।

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