लंदन: ब्रिटेन के वेस्ट यॉर्कशायर (West Yorkshire) के एक स्कूल में पत्रिका शार्ली एब्दो (Charlie Hebdo) में छापे गए पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाने पर मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने वहाँ स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए उस टीचर के निलंबन की माँग की। इसके बाद हालत इतने तनावपूर्ण हो गए कि स्कूल के हेडमास्टर को स्वयं इस मामले में माफी माँगनी पड़ी और प्रदर्शनकारियों की बात मानते हुए टीचर को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं जान को खतरा होने के चलते टीचर को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, अब उनके कुछ छात्रों ने उनकी नौकरी बचाने के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिसके अनुसार एक याचिका पर 13,000 से अधिक लोगों ने दस्तखत किए हैं। उनकी नौकरी बचाने के अभियान का समर्थन करने वाले लोगों ने उन्हें एक ‘अच्छे इंसान’ और ‘मेहनती शिक्षक’ बताते हुए कहा है कि वे ‘सभी धर्मों का आदर करने वाले’ हैं। बाकी समर्थकों ने भी जोर देते हुए कहा कि स्कूल को उनके द्वारा खड़े होना चाहिए, उन्हें ‘कट्टरपंथी’ द्वारा ‘तंग’ किया जा रहा है।
एक मुस्लिम माता-पिता ने याचिका पर दस्तखत किया, जिसका नाम मोहम्मद था। उन्होंने कहा है कि, “मैं स्कूल और संबंधित टीचर के लिए अपना समर्थन देना चाहूँगा। उन्होंने मेरी बेटी को पढ़ाया है और वह उनके संबंध में काफी बात करती है। मुझे उन्हें उसे फिर से पढ़ाते हुए देखने में कोई संकोच नहीं होगा। मुझे यकीन है कि शिक्षक का कोई जुर्म नहीं था और मुझे उम्मीद है कि जाँच के बाद वह स्कूल में वापस लौट आएँगे।”
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