नई दिल्ली: दिल्ली गवर्नमेंट के एक हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स को कोविड-19 वायरस की 2 वैक्सीन लेने के उपरांत भी कोविड संक्रमण हो गया है. इस नर्स ने 18 जनवरी के दिन कोविड वैक्सीन की पहली डोज ले ली. फिर 17 फरवरी को दूसरी डोज ली. लेकिन बावजूद इसके उसे कोविड-19 ने अपनी चपेट में ले लिया है. जंहा इस बात का पता चला है कि सोमवार के दिन दोपहर को जब ये नर्स हॉस्पिटल में अपनी ड्यूटी कर रही थी, उसी बीच उसके शरीर में दर्द हुआ, तुरंत ही नर्स ने कोविड का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया और वो कोविड-19 संक्रमित पाई गई. संक्रमित नर्स फिलहाल होम आइसोलेशन में रह रहोइ थी.
इसी तरह का केस उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आया है. जहां कोविड-19 की वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद भी सिविल हॉस्पिटल का एक डॉक्टर कोविड-19 संक्रमित हो गया. यूपी में ये इस तरह का पहला केस है. सिविल हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिकल अधिकारी डॉक्टर नितिन मिश्रा कोरोना संक्रमित हो गए हैं.
नितिन मिश्रा ने 16 मार्च को कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई थी. वैक्सीन की लास्ट डोज लगवाने के उपरांत डॉक्टर नितिन मिश्रा की तबीयत और भी बिगड़ चुकी है. जिसके उपरांत 20 मार्च को डॉक्टर नितिन मिश्रा ने कोविड की जांच कराई थी, 21 मार्च को उनकी रिपोर्ट आ गई जो पॉजिटिव निकली है. मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों केस कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े इस दावे की पुष्टि करते हैं कि कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद भी व्यक्ति कोविड-19 वायरस से पूर्णतः सुरक्षित नहीं है. वहीं देश में कोविड वैक्सीन लगवाने का राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई. उसके उपरांत फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई. अब तीसरी श्रेणी यानी 50 से अधिक उम्र के नागरिकों को कोविड-19 की वैक्सीन लगाई जा रही है.
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