कोलकाता: पश्चिम बंगाल के शिक्षक घोटाले भर्ती मामले में ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी को आज यानी शुक्रवार (29 जुलाई) को तीसरी बार चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इस दौरान अर्पिता मुखर्जी की तबीयत बिगड़ गई। अर्पिता कार में ही रोने लगी और बाहर निकल कर सड़क पर बैठ गई। वहीं, अस्पताल पहुंचे पार्थ चटर्जी का कहना है कि मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
उधर, प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सूत्रों का कहना है कि यह पूरा घोटाला 100 करोड़ तक जा सकता है। यही नहीं इस घोटाले में केवल शिक्षकों की भर्ती का ही पैसा शामिल नहीं है, बल्कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी का रियल स्टेट में लगा पैसा भी शामिल है। इन सबके चलते केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम 15 और ठिकानों पर भी छापेमारी कर सकती है। इसी सिलसिले में आज तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक माणिक भट्टाचार्य को भी ED ने पूछताछ के लिए बुलाया है।
बता दें कि ED को अपनी छापेमारी में 2 रियल एस्टेट से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं। यही नहीं जांच एजेंसी को अर्पिता के फ्लैट से एक सोने की रिंग भी मिली है जिस पर P लिखा हुआ है, यह P पार्थ चटर्जी का हो सकता है। इस रिंग को लेकर भी जांच एजेंसी अर्पिता से पूछताछ करेगी। बता दें कि, अर्पिता जांच एजेंसी के सामने यह कबूल कर चुकी है कि छापेमारी के दौरान मिला पूरा धन पार्थ चटर्जी का है और उन्होंने इसका कोई इस्तेमाल नहीं किया है। अर्पिता के इस कबूलनामे से पार्थ की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
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