मुंबई: बीजेपी ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से राष्ट्र्पति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू उद्धव ठाकरे से मुलाकात के लिए 'मातोश्री' नहीं जाएंगी। दूसरी तरफ ये भी बोला जा रहा है कि उद्धव गुट के शिवसेना के सांसद निरंतर बीजेपी के साथ इस मुद्दे पर मध्यस्थता कर रहे हैं। मध्यस्थता इस बात को लेकर हो रही है कि उद्धव ठाकरे से मुलाकात के लिए द्रौपदी मुर्मू जाएंगी या नहीं।
आपको बता दें कि 2 दिन पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना की ओर से द्रौपदी मुर्मू को समर्थन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के सांसदों ने मुझ पर कोई दबाव नहीं डाला, मगर उन्होंने अनुरोध किया। ऐसे में उनके सुझाव को देखते हुए हम राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के तौर पर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने जा रहे हैं। आगे उद्धव ने कहा कि हमें खुशी है कि एक अनुसूचित जनजाति की महिला राष्ट्रपति बन रही हैं।
सोमवार को उद्धव ठाकरे वाले शिवसेना गुट की बैठक हुई थी। इसमें पार्टी के 19 में से केवल 11 सांसद पहुंचे थे। इनमें से अधिकतर सांसदों ने उद्धव से अपील की थी कि वे राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। वहीं संजय राउत का कहना था कि शिवसेना को यशवंत सिन्हा का समर्थन करना चाहिए। इसपर मामले पर अंतिम निर्णय उद्धव ठाकरे को ही लेना था।
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