दिल्ली हाई कोर्ट ने शाहीन बाग रास्ते के बंद होने से छात्रों को हो रही परेशानियों पर पुलिस को दिए निर्देश दिए है. जल्द से जल्द मामला सुलझाने के निर्देश दिए है. सीएए व एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में एक माह से अधिक समय से चल रहे धरने ने लोगों की जिंदगी दुश्वार कर दी है. इस धरने के कारण लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. जो रास्ता पहले लोग 20-25 मिनट में तय करते थे उसे तय करने में एक तीन से चार घंटे लग रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लोगों का अधिकतर समय अब सड़कों पर बीत रहा है. एक तरफ जहां पुलिस-प्रशासन इस धरने को समाप्त करवा पाने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं, जाम को संभालने की बजाय यातायात पुलिस सड़कों से नदारद है. शुक्रवार को इस जाम के कारण पूरी दक्षिणी दिल्ली जैसे ठहर सी गई.
रामचंद्र गुहा ने वामपंथ के पाखंड से उठाया पर्दा, कांग्रेस सत्ता पर किया जोरदार हमला
कालिंदी कुंज पर शाहीन बाग धरने के कारण दिल्ली-नोएडा मार्ग बंद होने से मथुरा रोड, आउटर रिंग रोड, रिंग रोड, डीएनडी, बारापुला से लेकर एमबी रोड तक पूरी तरह से ठप हो गया. लोगों को दो-चार किलोमीटर की दूरी तय करने में भी तीन-चार घंटे लगे.मथुरा रोड व डीएनडी ठप होने के कारण बारापुला का हजरत निजामुद्दीन से सराय कालेखां व डीएनडी जाने वाले लूप से जा रहे लोग जाम में फंस गए.आगे रास्ता नहीं मिला तो करीब 50 कार चालकों ने किसी तरह से गाड़ी मोड़ ली और इसी लूप पर वापस उल्टा चल दिए. दो लेन की वन-वे सड़क पर यातायात के उल्टा चलने से जो वाहन थोड़ा खिसक भी रहे थे वे भी जाम में फंस गए. इस कारण यह पूरा रास्ता ठप हो गया. लोग घंटों जाम में फंसे बिलबिलाते रहे, लेकिन गाड़ियां टस से मस न हुईं. कई घंटे बाद लोग इस जाम से निकल पाए. सड़क पर यातायात पुलिस के न होने के बारे में संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) एनएस बुंदेला को कई बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की.
क्या राहुल गाँधी को अंदमान जेल भेजना चाहते हैं संजय राउत ? एक बयान से मचा सियासी भूचाल
भाजपा का सीएए के समर्थन में छोटी-छोटी रैली करके जनता को साधने का प्रयास
मेरठ: संदिग्ध परिस्थिति में पड़ा हुआ मिला होमगार्ड के जवान का शव, जांच में जुटी पुलिस