1 फरवरी 2020 को आम बजट पेश होने वाला है। ऐसे में इसी दौरान रेल बजट भी पेश होने वाला है। वहीं दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन को जोड़ने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। जी हाँ, दरअसल पश्चिम मध्य रेलवे के डीआरएम संजय विश्वास बीते रविवार की शाम अचानक अंत्योदय एक्सप्रेस से दमोह स्टेशन पहुंचे और वहां से वह सड़क मार्ग से सीधे जैन तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बड़े बाबा के मंदिर के दर्शन किए और लंबे समय से चली आ रही दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। जी हाँ, आपको पता ही होगा साल 2004 एवं 2011 के रेल बजट में तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा पन्ना-जबलपुर वाया कुंडलपुर रेल लाइन की घोषणा की गई थी और इसके बाद साल 2011 में रेलवे द्वारा इसका सर्वे भी कराया गया।
वहीं उसके बाद यह तय हो गया था कि, ''इस यह परियोजना चालू होगी, लेकिन बजट का रोड़ा बताकर इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।'' उसके बाद से लेकर कुंडलपुर ट्रस्ट कमेटी द्वारा तत्कालीन सांसद से लेकर कई बार रेल मंत्री को ज्ञापन देकर इस परियोजना को चालू कराने की मांग की गई और दूसरी तरफ रेल सुधार संघर्ष समिति द्वारा भी हर बार डीआरएम एवं जीएम के दमोह आगमन पर ज्ञापन देकर इस परियोजना के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन यह योजना लगातार ठंडे बस्ते में पड़ी रही, लेकिन अचानक डीआरएम के दौरे के चलते अब लोगों को उम्मीद है कि इस परियोजना को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है। खबरों के मुताबिक इस साल के रेल बजट में इस योजना को मंजूरी मिल सकती है।
वहीं इस बारे में कुंडलपुर मंदिर ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष संतोष सिंघई का कहना है कि, ''रेल लाइन को लेकर हम लोग वर्षों से सरकारों से मांग कर रहे हैं। सांसद से लेकर रेलमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं। रविवार को डीआरएम के भी इस संबंध में कुंडलपुर का दौरा करने के बाद अब उम्मीद है कि इसी सत्र में लाइन को मंजूरी मिलेगी।'' इसी के साथ रेल संघर्ष समिति के सदस्य प्रांजल चौहान, छोटू दुबे का कहना है कि, ''जिले की रेल सुविधाओं सहित कुंडलपुर रेल लिंक की मांग को लेकर समिति द्वारा कई बार जीएम से लेकर डीआरएम को ज्ञापन सौंपे गए हैं। हमें उम्मीद है कि हमारा प्रयास सार्थक रहेगा।''
आम बजट से रेलवे बजट को अलग करने के बाद हुई कई बड़ी घोषणाएं, क्या है खास
NSC टैक्सपेयर्स भारतीय शेयर बाजार के लिए बन सकती है आशा की किरण, जानिए बजट एक्सपेक्टेशन
बजट पर चर्चा: लोगों को ही नहीं बल्कि किसानों को भी है आस, काम हो सकता है टेक्स