कोविड 19 की दवा तलाश करने में पूरी दुनिया युध्दस्तर पर काम कर रही है. ताकि जल्द से जल्द वायरस पर काबू पाया जा सके. दुनिया में लंबे समय के शोध के बाद 19 ऐसी वैक्सीन तलाश की जा चुके है. जिनका क्लिनिकल ट्रायल अगले चरण में पहुंच चुका हैं. HIV/एड्स और मानव जीनोम जैसी गंभीर बीमारी की रिसर्च कर चुके पर अमेरिकन साइंटिस्ट विलियम हेजलटीन ने चौकाने वाली रिपोर्ट पेश की है. वायरस को लेकर उनका मानना है कि साल के अंत वैक्सीन दवा तलाशने के लिए हर स्टेप बिल्कुल सही होना चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर ऐसा होता है तो, यह बहुत दुभाग्य की बात है.
मध्य प्रदेश में नहीं रुक रही कोरोना की रफ्तार, एक हफ्ते में बढ़ा संक्रमण का दर
शुरूआती चरण को लेकर विलियम ने बताया कि इंसानों पर टेस्ट होने वाली दवा के बहुत से बुरे प्रभाव सामने आए है. जिनमें सुधार किया जाना हैं. ताकि दवा बेहतर ढंग से काम कर सके. साथ ही कोरोना मरीजों पर दवा का कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़े. साथ ही, मरीजों को कोई हेल्थ इश्यूज का सामना भी नहीं करना पड़े.
जम्मू कश्मीर में भाजपा नेता वसीम बारी की हत्या, पीएम मोदी ने जताया दुःख
विलियम के अनुसार, महामारी कोरोना से संक्रमित मरीजों को बचाने के लिए ऐंटी-कोविड दवा का निर्माण किया जा सकता है. लेकिन इस दवा से केवल कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सकता है. ना कि दवा से कोरोना मरीज को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. विश्व में जितने ड्रग्स रिसर्च चल रहे है. उनमें से दो दवा कोरोना के इलाज में काफी लाभकारी साबित हो सकती है. माना जा रहा है कि यह दवा सीधे तौर पर एंजाइम्स को टारगेट करती है, और वायरस का जीनोम कॉपी कर संक्रमण का मुकाबला करने में मददगार साबित होती है.
परदे से बाहर आई टोयोटा की दमदार Corolla Cross SUV, फीचर्स पर टिकी रह जाएगी नजरें
जल्द आएगी सुजुकी की सबसे बड़ी SUV, इस कार से भी बड़ा होगा रूतबा
क्या सलमान खान संग होने वाली थी संगीता बिजलानी की शादी ? जानिए पूरा मामला