कोरोना के कहर से वैश्विक मंदी की आशंका से दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है। इसके साथ ही शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में एशियाई शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। वहीं कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के बाद मंदी की आशंका को देखते हुए एशियाई शेयर बाजार में दशक का सबसे बुरा दिन रहा। वहीं जापान का Nikkei बाजार खुलने के तुरंत बाद ही 7.12 फीसद यानी 1,322.15 अंक टूटकर 17,237.48 के स्तर पर आ गया। इसके साथ ही , Topix भी 6.31 फीसद की गिरावट के साथ 1,244.15 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया।
विदेशी बाजार का हाल
ऑस्ट्रेलिया का ASX 7.3 फीसद और न्यूजीलैंड का बेंचमार्क NZX 50 7.9 फीसद टूट गया। दक्षिण कोरिया के बेंचमार्क KOSPI में 6.8 फीसद की गिरावट के बाद कुछ समय के लिए कारोबार रोक दिया गया। एशियाई बाजारों की यह स्थिति दूसरे वैश्विक बाजारों में आई जबरदस्त गिरावट के बाद देखी गई। इसके अलावा अमेरिका के डाऊ जोंस में 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई और यह 2,350 अंक टूटकर 21,200.62 के स्तर पर आ गया। 1987 के बाद डाऊ जोंस का यह सबसे बुरा सत्र रहा।वहीं SGX Nifty में 6.23 फीसद की गिरावटसिंगापुर एक्सचेंज पर SGX Nifty 6.33 फीसद यानी 600 अंक टूटकर 8,879 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। इससे संकेत मिलता है कि शुक्रवार को भी भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल सकती है।
कोरोना वायरस की वजह से मंदी की आशंका
कोरोना वायरस के कारण ट्रैवल इंडस्ट्री सबसे अधिक प्रभावित हुई है। वहीं बड़े पैमाने पर लोग अपनी यात्राएं रद कर रहे हैं। स्पोर्ट्स इवेंट्स भी रद किए जा रहे हैं और दुनिया भर में म्यूजियम से लेकर डिजनी थीम पार्क्स बंद किए जा रहे हैं। दिल्ली में एहतियात के तौर पर सिनेमा हॉल, स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के संकट से वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ गई है। यह भी अनिश्चित है कि आर्थिक गिरावट कितनी बुरी हो सकती है। वहीं AxiCorp के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट स्टीफेन इन्स ने लिखा है, 'कुछ हफ्ते में ही बाजार इस स्वास्थ्य संबंधी समस्या से वैश्विक मंदी की ओर जाते दिख रहे हैं।
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