भारतीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी आयी है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने इन्हें होली का तोहफा दिया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते में 4 फीसद की बढ़ोत्तरी को अनुमति दे दी है।वहीं महंगाई भत्ता या महंगाई राहत महंगाई दर और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी के आधार पर निर्धारित की जाती है।
इस महीने हो जाएगा बकाया डीए का भुगतान
केंद्र सरकार ने इससे पहले राज्यसभा में कहा था केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए एक जनवरी 2020 से महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) बकाया है।वहीं बकाया DA/DR का इस महीने भुगतान हो जा सकता है ।
मार्च और सितंबर महीने में होता है डीए का भुगतान
महंगाई भत्ता और महंगाई राहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स को हर साल क्रमश: एक जनवरी और एक जुलाई से दिया जाता है और इसका भुगतान क्रमश: मार्च और सितंबर महीने में किया जाता है।ऐसा बताया जा रहा है कि 10 अक्टूबर 2019 को भी केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी की थी। वहीं उस समय सरकार ने डीए में 5 फीसद की बढ़ोत्तरी की थी। इसके साथ ही केंद्र के इस फैसले से केंद्रीय कर्मचारियों का मौजूदा डीए बेसिक भुगतान के आधार पर 12 फीसद से बढ़कर 17 फीसद हो गया था, जो कि एक जुलाई 2019 से लागू हो गया। केंद्र सरकार के इस निर्णय से करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा हुआ था।
बढ़ी हुई आएगी सैलरी
वहीं केंद्र सरकार के इस फैसले से अब केन्द्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनर्स की पेंशन में इजाफा हो सकता है। इसके अलावा महंगाई भत्ते में 4 फीसद की बढ़ोतरी का मतलब है कि केंद्रीय कर्मचारियों की हर महीने की सैलरी में 720 रुपये से लेकर 10,000 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी होगी।
यह भी हुआ फैसला
केंद्रीय कैबिनेट की शुक्रवार को हुई बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन, वित्त और वाणिज्य सहित सभी पांच मंत्रालयों के संयुक्त सचिव प्रत्येक दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कोरोना वायरस की जानकारी दे सकते है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है।
बाजार में मचे घमासान के बीच SEBI ने दिया बड़ा बयान, कहा- किसी भी स्थिति के लिए तैयार
10 महीने के निचले स्तर पर पहुंचे पेट्रोल के दाम, डीजल के भाव में भी बड़ी गिरावट
भारतीय बाज़ार में 45 मिनिट के लिए रोकी गई ट्रेडिंग, 12 वर्षों में पहली दफा हुआ ऐसा