राज्य में जारी घाटे की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए, पंजाब आबकारी विभाग ने दावा किया है कि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान उसे कोई घाटा नहीं हुआ. केवल कोविड-19 के कारण लगे कर्फ्यू/लॉकडाउन के परिणामस्वरूप कुछ वित्तीय नुकसान हुआ है, जिसका अभी अनुमान लगाया जाना बाकी है.
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शुक्रवार को यह जानकारी आबकारी विभाग की तरफ से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ नई आबकारी नीति में किए संशोधनों के मद्देनजर उत्पन्न हालात की समीक्षा संबंधी मीटिंग में दी गई. इस बीच, शुक्रवार को राज्य के कंटेंनमेंट-रेड जोन के शराब ठेकों को छोड़ बाकी सभी इलाकों में 589 ग्रुपों की तरफ से चलाए जा रहे 4404 ठेके खुल गए हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आबकारी विभाग की तरफ से समीक्षा मीटिंग में बताया गया कि कोविड महामारी के कारण लागू लॉकडाउन /कर्फ्यू के कारण हुए नुकसान के अलावा विभाग को 2019 -20 के दौरान कोई वित्तीय घाटा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री की तरफ से विभाग को निर्देश दिए गए कि ठेके की नीलामी बाबत बाकी बचे कामों को तेजी से निपटाया जाए. वही, कैप्टन ने यह भी कहा कि आय बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं. उन्होंने विभाग को लॉकडाउन के कारण पैदा हुए हालात की जमीनी हकीकत का समय पर पता लगाने के लिए हर शुक्रवार वित्तीय वसूलियों का रिव्यू करने को भी कहा.
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