21 दिन के लॉकडाउन के बाद भी कोरोना संकट थमने का नाम नही ले रहा है. वही, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पुडूचेरी के स्वास्थ्य मंत्रियों ने गुरुवार देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए अपने-अपने राज्यों में अपनाए गए तरीकों को साझा किया. मंत्रियों ने अपने राज्यों की रणनीति सामने रखी और कोरोना के मामलों में विस्तार को देखते ट्रेसिंग और टेस्टिंग को बढ़ाने की जरूरत पर सहमति जताई.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने अन्य मंत्रियों को अवगत करवाया कि पंजाब ने जरूरी मशीनों की खरीद के साथ टेस्टिंग क्षमता को दस गुणा बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 लाख लोगों की स्क्रीनिंग करने के उद्देश्य से रैपिड टेस्टिंग मुहिम शुरू करने का फैसला लिया है. इसके अलावा पंजाब कैबिनेट की तरफ से 10 लाख रैपिड टेस्टिंग किट (आरटीके) खरीदने की मंजूरी मिलने के बाद आईसीएमआर को एक लाख किटों का आर्डर दे दिया गया है.
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अपने बयान में उन्होंने आगे बताया कि पटियाला और अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में वायरल रिसर्च डायगनोस्टिक लैब (वीआरडीएल) की टेस्टिंग क्षमता बढ़ाई गई है. इसके अलावा भारत सरकार से जीएमसी फरीदकोट, डीएमसी और सीएमसी लुधियाना में टेस्टिंग के लिए मंजूरी मांगी गई है. सिद्धू ने बताया कि लुधियाना में पीपीई किट बनाने का काम किया जा रहा है. इसके एक बार चालू होने से न सिर्फ पंजाब अपनी जरूरत को पूरा कर सकेगा बल्कि अन्य राज्यों को आपूर्ति की किटें बना लेगा.
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