चीन ने दी अमेरिका को चेतावनी, कहा : सहनशीलता की परीक्षा न ले
चीन ने दी अमेरिका को चेतावनी, कहा : सहनशीलता की परीक्षा न ले
Share:

चीन : अमेरिकी युद्धपोत लासेन ने दक्षिण चीन सागर में विवादित क्षेत्र में गश्त लगाने के बाद चीन ने अमेरिकी युद्धपोत के पीछे 2 पोत लगा दिए और सीमा से बाहर जाने की चेतावनी दी. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव जैसी स्थिति बन गई है और बयानबाजी शुरू हो गई है.

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इसे गैरकानूनी बताते हुए कहा कि यदि अमेरिकी युद्धपोत के हमारी सीमा में दाखिल होने की बात सही है. तो हम अमेरिका को ऐसा करने से पहले दोबारा सोचने की सलाह देते हैं. यह चीन की संप्रभुता पर आक्रमण है. वहीं व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा है कि अमेरिका सागर और हवा में हर उस जगह गश्त करता रहेगा जहां तक अंतरराष्ट्रीय कानून उसे इजाजत देते हैं.

चीन ने घटना पर अमेरिकी राजदूत को तलब किया व कहा कि हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह चीन की सहनशीलता की परीक्षा न ले और अपनी गलतियां रोके. कोई आगे से ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे चीन की संप्रभुता और सुरक्षा पर खतरे में पड़ती है.

बता दें कि चीन दक्षिणी चीन सागर के इस इलाके पर अपना हक जताता है. इस क्षेत्र में तेल और गैस के कई विशाल भंडार दबे हुए हैं. अमेरिका के मुताबिक 213 अरब बैरल तेल और करीब 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस का भंडार है. यह समुद्री व्यापार के लिए अहम रूट है. वियतनाम, फिलिपींस, ताइवान और ब्रुनेई भी इस पर अपना अधिकार जताते हैं. भारत का 55 प्रतिशत समुद्री व्यापार इसी रास्ते से होता है.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -