बेरुत : अमेरिका और रुस के प्रयासों से की गई संघर्ष विराम की कोशिश आज से सीरिया में लागू हो गई है। इसे इसलिए सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय कदम माना जा रहा है क्यों कि सीरिया में जारी विनाशकारी संघर्ष के बीच इसे हिंसा कम करने के नजरिए से देखा जा रहा है।
सीरिया में अलकायदा की शाखा नुसरा फ्रंट व आईएसआईएस इस संघर्ष विराम में शामिल नहीं है। इसका लक्ष्य सीरिया सरकार के प्रतिनिधियों और विपक्ष को राजनीतिक बदलाव पर चर्चा करने के लिए जेनेवा में पुनः वार्ता के लिए बुलाना है।
संयुक्त राष्ट्र के दूत स्टाफन डी मिस्तूरा ने घोषणा की है कि यदि शत्रुता पूर्ण गतिविधियों के बीच विराम का बड़े स्तर पर पालन किया जाए, तो शांति वार्ता को 7 मार्च से शुरू किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो यह पहली बार होगा जब अंतर्राष्ट्रीय वार्ताओं से पांच से चल रहे गृह युद्द के बीच कुछ शांति आ पाएगी।
यह संघर्ष विराम इसलिए भी और कमजोर है क्योंकि यह इस्लामिक स्टेट समूह और नुसरा फ्रंट के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की अनुमति देता है, जिससे बड़े स्तर पर युद्ध फिर शुरू हो सकता है।