नई दिल्ली: दो चरणों में 8 अप्रैल तक चलने वाला बजट सत्र 2022-23 आज से शुरू हो रहा है. कोरोना महामारी के संकट काल में होने वाले इस बजट सत्र के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए संसद के अधिकारियों ने कई उपाय किए हैं. इसमें शून्य काल के समय को कम कर दिया गया है. सीटों का अरेंजमेंट भी उसी हिसाब से किया गया है कि सोशल डिस्टन्सिंग बनी रहे. इसके अलावा बजट सत्र से 48 घंटे पहले RT-PCR टेस्टिंग करने की भी बात कही गई है.
अधिकारियों ने रविवार को संकेत दिया कि 14 मार्च से 8 अप्रैल के बीच होने वाले सत्र के दूसरे चरण से पहले महामारी की स्थिति अब से बेहतर होती है तो मार्च में सत्र का वक़्त सामान्य हो जाएगा. उच्च सदन के सभापति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सत्र की अंतिम तैयारियों का जायजा लेने के लिए रविवार शाम को बैठक की. बता दें कि संसद का यह सत्र कैलेंडर वर्ष में तीन सत्रों में सबसे लंबा होता है.
बैठक में मौजूद एक पदाधिकारी के मुताबिक, सीमित तादाद में सांसद अपनी मूल सीटों पर बैठेंगे, बाकी अन्य गैलरी में बैठेंगे, कुछ दूसरे सदन में बैठेंगे. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सुझाव दिया कि भ्रम, भीड़ और पूछताछ से बचने के लिए दोनों सदनों के सदस्यों को नाम से अलग-अलग जगहों पर बैठाया जा सकता है. दोनों सदनों के महासचिव सांसदों के बैठने के इस प्रबंध को अंतिम रूप देने के लिए पार्टियों से संपर्क करेंगे. पार्टी मेंबर्स की तादाद के आधार पर दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं में सीटें आवंटित की जाएंगी.
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