आजकल अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में जो मामला हाल ही में सामने आया है वह शिमला का है. इस मामले में जिला शिमला के रामपुर उपमंडल के झाकड़ी थाना क्षेत्र में नाबालिग चचेरी बहन के साथ दुष्कर्म करने के आरोप साबित होने पर अदालत ने दोषी को दस साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है. मिली खबरों के मुताबिक़ दोषी पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी किया गया है और जुर्माना अदा न करने की सूरत में दोषी को एक वर्ष का साधारण कारावास भुगतना होगा.
वहीं इस मामले में रामपुर स्थित जिला एवं सत्र न्यायाधीश किन्नौर की विशेष अदालत ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया गया है. खबरों के मुताबिक़ पुलिस थाना झाकड़ी में दर्ज मामले के मुताबिक 15 वर्षीय नाबालिग पीड़िता ने नवंबर 2016 को जब वह अपने घर में अकेली थी, तो उसका चचेरा भाई सुमित शर्मा वहां आया और उसके साथ दुष्कर्म किया. वहीं आरोपी ने इसका खुलासा करने पर उसे जान से मारने की धमकी दे डाली और इसी डर के कारण नाबालिग ने यह बात सबसे छुपाई.
वहीं उसके बाद से आरोपी को बढ़ावा मिल गया और वह लगातार तीन माह तक दुराचार करता रहा. खबरों के मुताबिक़ जब इस समय पीड़िता गर्भवती हो गई तो उसने अपने परिजनों को सब बता दिया. उसके बाद परिजनों ने इस बात की शिकायत थाने में की जहाँ युवक को सजा हो चुकी है.
दीदी के राज में अपराध चरम पर, बंगाल में मिली एक और भाजपा कार्यकर्ता की लाश