नई दिल्ली : 2012 दिसंबर में हुए निर्भया कांड में जब से नाबालिग आरोपी को एनजीओ में भेजने की पहल हुई है, तभी से सरकार सभी के निशाने पर आ गई है। इसके बाद अब गृह मंत्रालय 21 वर्षीय आरोपी से कानूनी बांड साइन कराने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि यह बांड अच्छे व्यवहारों के विषय को लेकर साइन करवाया जाएगा। यह उसकी रिहाई के बाद शांति बनाए रखने में सुरक्षा का काम करेगी।
फिलहाल मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है, क्यों कि कानूनी तौर पर उसे जेल या सुधारगृह में नही रखा जा सकता है। इससे पहले पीड़िता के मा-बाप ने भी इस फैसले को गलत छहराते हुए आरोपी का चेहरा सार्वजनिक करने की मांग की थी। इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रम्णयम स्वामी ने भी आरोपी की तुलना जानवरों से की थी और कहा था कि ऐसे बदमाशों को जंगली जानवरों के साथ रखना चाहिए।
स्वामी ने कहा था कि जुवेनाइल के लिए कानून में प्रावधान है, पर वो केवल खाना या किसी सामान की चोरी पर लागू होता है, न कि इतने बड़े-बड़े क्राइम पर। इस मामले में कोर्ट को हस्तक्षेप करना चाहिए। मैं इसे लेकर कोर्ट जाऊंगा, इसके बाद का फैसला कोर्ट पर निर्भर करता है।