लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बिजनौर को लेकर सोशल मीडिया पर हाल में एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि बिजनौर के एक मदरसे से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। पोस्ट में शामिल तस्वीरों में हजारों गन हैं और कई तलवारें नज़र आ रही हैं। ये दावा सोशल मीडिया पर अब भी वायरल है। जब इस संबंध में पड़ताल की गई, तो सोशल मीडिया पर इसी तरह के ही कुछ ट्वीट और भी मिले। ट्वीट में पुलिस और उनकी गिरफ्त में कुछ लोग और सोफे पर पड़ा हथियारों का जखीरा दिखाया गया है। लोगों ने ये ट्वीट शेयर करके माँग की थी कि सभी मदरसे बंद किए जाने चाहिए। मगर इस खबर की सच्चाई क्या है, इसका खुलासा बिजनौर पुलिस ने किया है।
— Bijnor Police (@bijnorpolice) March 29, 2022
दरअसल, ये बात बिलकुल सत्य है कि बिजनौर के मदरसे में हथियार बरामद हुए थे। मगर ये घटना 2022 की नहीं है, बल्कि 2019 की है। बिजनौर पुलिस ने बताया कि ये घटना बिजनौर के थाना शेरकोट की है, जहाँ पुलिस ने छापेमारी करते हुए वर्ष 2019 में 6 अभियुक्तों को अरेस्ट किया था और पुलिस ने उनके कब्जे से 1 पिस्टल, 4 तमंचे, 49 जिंदा कारतूस व 1 स्विफ्ट गाड़ी जब्त की थी। ऐसे में वायरल दावे के साथ जो तस्वीर शेयर की जा रही है कि भारी मात्रा में हथियार व तलवार मिले वे भ्रामक हैं। बिजनौर पुलिस ने अपने ट्वीट में इसका खंडन किया है।
बता दें कि बिजनौर के मदरसे से हथियार बरामद होने की खबरें समय समय पर सोशल मीडिया पर शेयर हुई 2019 में तो इसे लोगों ने साझा किया ही, मगर 2020, 2021 और 2022 में भी ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल की गई। हाल में बिजनौर पुलिस ने इस खबर का खंडन करने के लिए अपने पुराने ट्वीट को रीट्वीट किया, ताकि स्पष्ट हो सके, कि ये घटना अब की नहीं है और शेयर की जा रही तस्वीरें भी सही नहीं हैं।
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