अस्थमा के मरीजों के लिए जहर होती हैं ये चीजें, भूल से भी ना खाएं
अस्थमा के मरीजों के लिए जहर होती हैं ये चीजें, भूल से भी ना खाएं
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नई दिल्ली: अस्थमा या दमा एक Chronic (लंबे समय तक बनी रहने वाली) बीमारी है जिसमें मरीज के वायुमार्ग में सूजन आ जाती है और वह संकुचित हो जाता है जिस कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, सांस फूलने लगती है और सांस लेने पर घरघराहट (Wheezing) की आवाज भी आती है। जी हाँ और जो लोग अस्थमा के मरीज हैं उनके मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि उन्हें अपनी डाइट में किस तरह का बदलाव करना चाहिए ताकि उनकी बीमारी और न बिगड़े। जी हाँ और आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दमा या अस्थमा के मरीजों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

अस्थमा के मरीज क्या खाएं-

विटामिन डी से भरपूर चीजें- अस्थमा को लेकर अब तक जितनी भी रिसर्च हुई है उसमें यह बात साबित हो चुकी है कि अगर शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी हो तो वयस्कों और बच्चों में अस्थमा का जोखिम बढ़ जाता है। केवल यही नहीं बल्कि विटामिन डी लंग फंक्शन को सपोर्ट करने के साथ ही सांस से जुड़े इंफेक्शन जैसे- सर्दी-जुकाम (Common Cold) को भी दूर रखता है। हर दिन विटामिन डी का सप्लिमेंट लेने से गंभीर अस्थमा अटैक (Asthma Attack) का खतरा भी कम हो जाता है। आपको बता दें कि विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे- दही, ऑरेंज जूस, सैल्मन और ट्यूना जैसी मछलियां, मशरूम, अंडे का पीला वाला भाग, चीज और विटामिन डी से फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल्स आदि का सेवन करना चाहिए।


ताजे फल और सब्जियां- फल और सब्जियों से भरपूर स्वस्थ और संतुलित आहार (Balanced Diet) अस्थमा के खतरे को कम करता है। जी दरअसल कई रिसर्च में अब तक यह बात सामने आई है कि अगर ताजे फल और सब्जियों का सेवन अधिक किया जाए तो बच्चों के साथ ही वयस्कों में भी अस्थमा की बीमारी विकसित होने का खतरा कम हो जाता है। केवल यही नहीं बल्कि इसी के साथ ही जिन लोगों को अस्थमा की बीमारी है वो भी अगर फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा करें तो उनमें बीमारी के लक्षण जैसे- घरघराहट में भी कमी देखने को मिलती है। आप सेब, केला, ऐवोकाडो खा सकते हैं और इसके अलावा गाजर, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली और शकरकंद खा सकते हैं।

मैग्नीशियम फूड्स- हाल ही में हुई एक स्टडी के अनुसार 11 से 18 साल के बीच के वे किशोर बच्चे जिनके शरीर में मैग्नीशियम (Magnesium) का लेवल कम था उनमें फेफड़ों से जुड़ी बीमारी अस्थमा होने का खतरा अधिक था। लिहाजा इस समस्या से बचने के लिए मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स को भी डाइट में शामिल करना जरूरी है। ऐसे में अगर आप चाहें तो पालक, कद्दू के बीज, डार्क चॉकलेट, सैल्मन मछली आदि का सेवन कर सकते हैं।

साबुत अनाज- आप ओट्स, कुट्टू का आटा, दलिया, साबुत गेंहू से बना पास्ता आदि खा सकते हैं क्योंकि यह अस्थमा के लक्षणों को कम करने में अहम रोल निभाते हैं।

अस्थमा के मरीज क्या न खाएं- 

सल्फाइट वाली चीजें- अगर आपको अस्थमा है तो सल्फाइट (Sulfite) वाली चीजे ना खाएं। यह एक तरह का प्रिजर्वेटिव है जिसे अल्कोहल, अचार, बोतलबंद नींबू का रस और ड्राई फ्रूट्स जैसी चीजों में डाला जाता है ताकि ये चीजें लंबे समय तक खराब न हों। जी हाँ और अगर अस्थमा के मरीज सल्फाइट युक्त चीजों का अधिक सेवन करते हैं तो उनमें अस्थमा के लक्षण और बिगड़ सकते हैं और उनमें अस्थमा अटैक भी ट्रिगर हो सकता है।
 

पेट में गैस बनाने वाली चीजे- अगर अस्थमा के मरीज हैं तो ऐसी चीजें ना खाए जिससे पेट में गैस (Stomach Gas) बनती हो। इससे अस्थमा अटैक ट्रिगर होता है। ऐसे में अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो बीन्स, पत्ता गोभी, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, प्याज, लहसुन और बहुत ज्यादा तली भुनी चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।


फास्ट फूड से करें परहेज- एक स्टडी के अनुसार जिन बच्चों और टीनएजर्स ने हफ्ते में 3 बार से अधिक फास्ट फूड (Fast Food) का सेवन किया उनमें अस्थमा के गंभीर लक्षण विकसित होने का खतरा अधिक था।

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