नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जनता दल यूनाइटेड सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच क्या साझा किया, बिहार में महागठबंधन की नींद उड़ सी गई है. वहीं यही कारण है कि चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आते ही बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली का मोह त्याग कर लौटने का कार्यक्रम बना लिया है.
मिली जानकरी के अनुसार कांग्रेस के कई नेताओं की भी वापसी हो गई है. जंहा दोनों दलों के संयुक्त अभियान की बात भी जोर पकडऩे लगी है. बीजेपी-जेडीयू के मजबूत संबंधों से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा कासशील इंसान पार्टी के रूख भी सकारात्मक हो रहे हैं.तेजस्वी ने बुलाई आरजेडी की तीन बैठकें तेजस्वी ने पटना में आरजेडी की तीन बैठकें बुलाई हैं. वहीं लेकिन हड़बड़ी ऐसी कि सप्ताह भर में संगठन के सारे लटके काम को निपटा लेना है. तेजस्वी खुद गुरुवार को पटना पहुंच रहे हैं. जंहा जल्द आरजेडी जिलाध्यक्षों की घोषणा हो जाएगी.
बीजेपी-जेडीयू से मुकाबले की तैयारी: जंहा यह भी कहा जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के मुताबिक बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय करने, बीजेपी-जेडीयू से मुकाबले की तैयारी और चुनाव अभियान की रूपरेखा तय करने के लिए 8 फरवरी 2020 को आरजेडी विधायकों एवं विधान पार्षदों की बैठक बुलाई गई है. जंहा अगले दिन जिलाध्यक्षों और 10 फरवरी 2020 को पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी का विमर्श होगा. वहीं पार्टी में जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर कमेटियों का गठन नहीं हो पाया है. हालांकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर लालू प्रसाद यादव और प्रदेश अध्यक्ष के पद पर जगदानंद सिंह की ताजपोशी हो चुकी है.
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