बालीवुड के बहुत ही कॉमेडियन एक्टर असरानी का आज जन्मदिन है. उन्होंने अपने हास्य अभिनय से लगभग पांच दशक से सभी को दीवाना बनाया हुआ है. 1 जनवरी 1941 को जयपुर में जन्मे गोवर्धन असरानी बचपन से ही अभिनेता बनने के सपने देखते थे और उनका यह सपना लेकर वह साल 1963 में मुंबई आ गए. उसके बाद यहां उनकी मुलाकात किशोर साहू और ऋषिकेश मुखर्जी जैसे फिल्मकारों से हुई, उनके कहने पर उन्होंने भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान पुणे में दाखिला ले लिया. उसके बाद साल 1996 में भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान से अभिनय की पढ़ाई पूरी करने के बाद असरानी मुंबई आ गए और उन्होंने अपने सिने करियर की शुरूआत वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म हरे कांच की चूडियां से की.
इस फिल्म के बाद उन्होंने कुछ गुजराती फिल्मों में भी काम किया. वहीं साल 1971 में प्रदर्शित फिल्म मेरे अपने में वह लोगों को पसंद आए और उसके बाद साल 1973 में प्रदर्शित फिल्म अभिमान में उन्हें लोगों ने खूब पसंद किया और वह फेमस हो गए. इस फिल्म के बाद वह सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित भी किए गए और साल 1975 में प्रदर्शित फिल्म शोले असरानी के सिने करियर के लिये मील का पत्थर साबित हुई और इस फिल्म के बाद लोग उन्हें भूल ही नहीं पाए.
असरानी साइड रोले के अलावा चला मुरारी में हीरो बने और हीरो बनने की सफलता के बाद असरानी ने सलाम मेम साब, हम नहीं सुधरेंगे, दिल ही तो है और उड़ान जैसी फिल्मों का निर्देशन किया. वहीं असरानी को अपने सिने करियर में दो बार सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसके लिए उन्हें सभी ने खूब बधाइयां भी दी. वहीं असरानी को आप आज भी फिल्मों में कॉमेडियन के रूप में देखते होंगे.
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