B’daySpecial : पूरी जिन्दगी चुकानी पड़ी भगवान राम बनने की इतनी बढ़ी सज़ा
B’daySpecial : पूरी जिन्दगी चुकानी पड़ी भगवान राम बनने की इतनी बढ़ी सज़ा
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आज हमारे भगवान राम का बर्थडे है.. जी हाँ, टेलीविजन का सबसे धार्मिक सीरियल 'रामायण' जिसका निर्माण रामानन्द सागर ने किया है. 'रामायण' में हमे अभिनेता अरुण गोविल भी भगवान राम के किरदार में नजर आ चुके है. व भगवान राम के किरदार के कारण ही दर्शक उन्हें जानने लगे थे. आज उनका जन्मदिन है. मेरठ में 12 जनवरी, 1958 को जन्मे अरुण गोविल 17 साल की उम्र में अपने व्यवसायी भाई के साथ व्यवसाय में सहयोग के लिए मुंबई चले गए, लेकिन व्यवसाय से जल्द ही उनका रुझान हट गया और उन्होंने अभिनय के क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला कर लिया। हालांकि उन्हें छोटे परदे के राम के रूप में पहचान मिली, लेकिन उन्हें अभिनय का पहला ब्रेक 1977 में ताराचंद बड़जात्या की फिल्म ‘पहेली’ में मिला। रामानांद सागर के राम बनने से पहले उन्हें सीरियल ‘विक्रम और बेताल’ में राजा विक्रमादित्य का किरदार निभाने का मौका मिला था। बेताल को कंधे पर लादे राजा विक्रमादित्य की भूमिका उन्होंने इतने सशक्त ढंग से निभाई कि इसकी सफलता के बाद उन्हें 1987 में ‘रामायण’ में भगवान राम का किरदार निभाने का मौका दिया गया।
         
जहां भी जाते लोग उनके पैर छूने लगते...

लेकिन अरुण के लिए खुद को पर्दे पर इस किरदार में ढालने के साथ ही एक और चुनौती भी थी। वह जहां भी जाते, लोग उनके पैर छूने लगते, यहां तक कि उनके आगे बुजुर्गो के हाथ भी श्रद्धा में जुड़ जाते। ऐसे में राम के रूप में श्रद्धेय माने जाने वाले अरुण को बरसों से पड़ी अपनी धूम्रपान की लत भी छोड़नी पड़ी।
 
अब कहा है...

लेकिन अब श्री राम कहां है, क्या कर रहे हैं कोई नहीं जानता। लोगों के दिलों पर भगवान राम बनकर राज करने वाले अरुण गोविल का आज जन्मदिन है। आज इस मौके पर आइए जानते हैं कि इस युग में आखिर कहां चले गए भगवान राम। अरुण गोलिव पिछले काफी सालों से कोई एक्टिंग नहीं कर रहे हैं। वो इस इंडस्ट्री से दूर चले गए हैं। अब वो न ही किसी सीरियल में नजर आते हैं और न ही किसी फिल्म में। वो अब कभी-कभी प्रोडक्शन का काम करते हैं। कुछ समय पहले उन्होंने बताया था कि उनकी एक टीवी कंपनी है जो दूरदर्शन चैनल के लिए कार्यक्रम बनाती है। अरुण गोविल का कहना है कि उन्हें रामायण के बाद कभी कोई अच्छा काम ही नहीं मिला। उन्हें लोगों ने राम से ज्यादा कुछ भी सोचने से इनकार कर दिया। इसका परिणाम ये हुआ कि उनका एक्टिंग का करियर ही खत्म हो गया। उन्हें इस बात का बहुत दुख है।    

'रावण' को मारने वाले 'राम' भी बदल चुके है

'धरती की गोद' में नजर आयेगे भगवान राम

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