विद्या नगर ग्राम पंचायत के राम नगर से एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया। यहां दो सदस्यीय गिरोह ने जिले के विद्या नगर ग्राम पंचायत के राम नगर में एक परिवार को 35 लाख रुपये नकद में ठग लिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जालसाजों, श्रीनिवास और कोटेश ने मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में निजी सहायक के रूप में अपनी पहचान बनाई, अपने पीड़ित गुगुलोथ शंकर को फोन पर सीएमआरएफ से 30 लाख रुपये का व्यवसाय ऋण उसकी बेटी स्वाति, एक यूट्यूबर के तहत दिया।
यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उन्होंने उगादी के दिन परिवार का दौरा किया और उन्हें बताया कि स्वाति व्यावसायिक ऋण के लिए पात्र नहीं है। पुलिस ने कहा कि वह और उसके पिता, जो दोनों ही विकास से प्रभावित थे, 60 लाख रुपये के आवास ऋण का लाभ उठा सकते थे और 35 लाख रुपये जमा करने की मांग कर सकते थे।
हालांकि, शंकर ने श्रीनिवास और कोटेश से संपर्क किया, जो 3 मई को पहुंचे और उक्त हाउसिंग लोन के पैसे वाले एक बैग को सौंपते हुए अपने पीड़ित से 35 लाख रुपये नकद ले गए। अगले दिन बैग खोलने वाले पीड़ितों को बैग में नकली और खिलौने की मुद्रा मिली। उन्होंने मंगलवार रात चुंचुपल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज किया और घटना की जांच शुरू की।
शर्मनाक: कोरोना से बेटे की मौत, पैसे नहीं चुका पाया पिता तो अस्पताल ने 'शव' को बनाया बंधक
भारत से लौट रहे नागरिकों के लिए ऑस्ट्रेलिया ने खोले दरवाजे, पीएम मॉरिसन ने हटाया बैन
माता-पिता नहीं बल्कि इन लोगों की छांव में पले-बड़े थे रवींद्रनाथ टैगोर