उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहाँ एक नाव डूबने से 61 शरणार्थियों की जान चली गई है। लीबिया स्थित इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि नाव में कुल 86 व्यक्ति सवार थे। इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने कहा है कि कहा जा रहा है कि लीबिया के उत्तर-पश्चिमी तट जुवारा से रवाना होने के पश्चात् नाव ऊंची लहरों का शिकार हो गई। जिससे नाव में सवार 61 लोग डूब गए। ये सभी लोग नाइजीरिया, गाम्बिया तथा अन्य अफ्रीकी देशों से थे। जो लीबिया एवं ट्यूनीशिया के रास्ते इटली जा रहे थे। इटली के रास्ते यूरोप पहुंचने के लिए ये लोग खतरनाक समुद्री यात्राओं का जोखिम उठाते हैं।
IOM के मुताबिक, नाव में सवार लोगों में अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे थे। इनमें से 25 व्यक्तियों को बचाया गया है। बचे हुए व्यक्तियों को लीबिया के डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। बचे हुए सभी व्यक्तियों को चिकित्सा सहायता दी गई है तथा सभी अच्छी स्थिति में हैं। इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के प्रवक्ता फ्लेवियो डि जियाकोमो के मुताबिक, इस वर्ष भूमध्यसागरीय प्रवासी मार्ग से आने वाले 2250 से ज्यादा व्यक्तियों की मौत डूबने के कारण हुई है। यह भयानक आंकड़ा दिखाता है कि समुद्र में लोगों की जान बचाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
Un naufragio al largo della Libia ha provocato 61 dispersi. I #migranti erano partiti in 86 da Zwara.
— Flavio Di Giacomo (@fladig) December 16, 2023
Sono oltre 2250 le persone che hanno perso la vita nel Med. Centrale quest'anno. Un numero drammatico che purtroppo dimostra che non si fa abbastanza per salvare vite in mare.
वही इससे पहले जून 2023 में ग्रीस के दक्षिणी तट पर पेलोपोनीज क्षेत्र से लगभग 75 किलोमीटर दूर प्रवासियों से भरी नाव डूब गई थी। इस नाव में 750 से अधिक लोग सवार थे। मगर केवल 107 व्यक्तियों को ही बचाया जा सका था। वहीं, समंदर से 82 शव ही बरामद किया जा सका था। जहाज में अधिकतर सीरिया, पाकिस्तान एवं मिस्र के लोग थे। इस नाव दुर्घटना में केवल 107 लोग ही जीवित बचे थे। वहीं, सिर्फ 82 शव ही बरामद किया जा सका था। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक, बीते एक साल में ट्यूनीशिया और लीबिया के मार्ग तकरीबन एक लाख 53 हजार लोग शरण लेने के लिए इटली पहुंचे हैं।
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