नई दिल्ली: जहाँ एक ओर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी मुल्क छोड़ कर पलायन कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान का एक सैनिक दिल्ली में ‘फ्रेंच फ्राइज’ तल कर अपना गुजारा कर रहा है। कभी स्पेशल फोर्स में तैनात रहा उमेद अब आलू की ‘फ्रेंच फ्राइज’ तल कर हर दिन 300 रुपए कमा रहा है। उसका कहना है कि वह हिंदी सीख रहा है, किन्तु भविष्य और काम का कुछ पता नहीं कि क्या होगा।
उमेद भी अब कोई अच्छा कार्य करना चाहता है, मगर किसी तरह परिवार चलाने के लिए फिलहाल उसे ‘फ्रेंच फ्राइज’ तल कर बेचने पड़ रहे हैं। तालिबान के साथ जंग में उसके कई दोस्त मारे गए, जिन्हें याद कर वो अब भी भावुक हो उठता है। उमेद के माता-पिता तभी एक हादसे में गुजर गए थे, जो वो दो साल का था। फ़िलहाल रिफ्यूजी कार्ड पर भारत में रह रहे उमेद का कहना है कि अब तो वापस अपने देश अफगानिस्तान भी नहीं लौट सकते।
लाजपत नगर की एक स्ट्रीट फूड पॉइंट पर नौकरी करने वाले उमेद को अफगानिस्तान की ताज़ा खबरें सुन कर तब के दिन याद आ जाते हैं, जब वो आर्मी में था। कई जगह उसकी तैनाती हुई थी और उसने कई तालिबानियों को ढेर भी किया था। उसके अभियान के कई वीडियो अब भी तालिबान के पास हैं। इसीलिए, तालिबान ने उसे ब्लैकलिस्ट में भी डाल रखा है। उमेद को डर है कि अफगानिस्तान जाते ही उसकी हत्या कर दी जाएगी।
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