रमजान के इस मुक़द्दस माह में सभी मुस्लिम भाई पूरे दिन (करीब 14-15 घंटे) बिना भोजन व पानी के रहते हैं। यह सामान्य दिनों से बहुत अलग स्थितियों में शरीर को परखने व कसने की तरह है। इससे शरीर की भूख एवं प्यास से लड़ने की कठिन तैयारी होती है। किन्तु इस कठिन परीक्षा में भी स्वस्थ्य रहने की दृष्टि से कुछ जरूरी सावधानियाँ रखेंगे तो रोज़े के दिनों में संभावित तबीयत बिगड़ने से बच सकते हैं ।
1) सबसे महत्वपूर्ण है कि शरीर में पानी की कमी या dehydration नहीं होने दे। इसके लिये जीतने समय पानी पीने की इजाजत है; उस दौरान बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी जरूर पीते रहे। कुल मिलाकर दो-ढाई लिटर पानी ले लेने पर आप रोजे के दौरान पानी की कमी के ख़तरे को टाल सकते हैं।
2) पानी के साथ थोड़ा ग्लूकोज लेना या उसके स्थान पर रसीले फलों का रस लेना अधिक लाभदायक है। गरम पेय के बजाय, ठंडे या सामान्य तापमान के पेय पदार्थ लेना अधिक अच्छा रहता है।
3) पानी, फलों के रस, शर्बत आदि पेय एक साथ अधिक मात्र में लेने के बजाय आधे-एक घंटे के अंतर से कई बार लेंगे तो बेहतर होगा। खाने के साथ या उसके आस-पास अधिक मात्र में पानी आदि नहीं ले। एक बार में या भोजन के समय भी 200-250 ML पेय पदार्थ लेना ही उचित रहता है।
4) शरीर को सरलता से ऊर्जा देने वाली चीजें जैसे खजूर, मीठे फल, गुड़, शक्कर व मीठी डिशेस इस दौरान अधिक ली जाती है । यह स्वास्थ्य-विज्ञान की दृष्टि से भी सही व अच्छी बात है। किन्तु शुगर के रोगी या मधुमेह (diabetes) के मरीजों को इस समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए। उन्हे अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवाइयाँ लेते हुए व परहेज रखते हुए ही रोजा रखना चाहिए।
5) सामान्यतः डायबिटीज़ के मरीजो को भी खट्टे-मीठे फल, उनका रस और खजूर आदि भी सीमा का ध्यान रखकर लेने में समस्या पैदा नहीं करते हैं। किन्तु, यह बेहद जरूरी है कि ऐसे रोग के साथ आप अच्छे डॉक्टर की सलाह के मुताबिक ही रोजे का भी पालन करें। कोई भी परेशानी होती दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
6) इस दौरान अधिक मेहनत वाले या पसीना लाने वाले काम ना ही करें तो अच्छा है। दिन में कुछ समय आराम भी करें।
7) बंद कमरों में, कम वेंटीलेशन वाले या घुटन वाले स्थानों में ना रहे । अधिक से अधिक खुली ताजी हवा वाले और छायादार तथा कुदरती या पंखे, कूलर आदि से किए गए ठंडे आरामदायक माहौल में रहे ।
8) किसी भी प्रकार की नशीली चीजें आपके रोजे को अधिक कठिन या कष्ट-दायक बना सकती हैं; इनसे पूरा परहेज करें।
9) मसालेदार, चटपटे, तले हुए या अन्य जंक फूड कई तरह की समस्या पैदा करते हैं और रोजे को कठिन बना देते हैं। इसलिए इफ्तार के समय इन्हें बिलकुल अवॉइड करें।
10) अपनी दिनचर्या के शरीर संबंधी अन्य सामान्य कामों जैसे सोना, नहाना, हल्के-फुलके व्यायाम / exercise आदि को करते रहे। उनमें अधिक अंतर न करे और दिल-दिमाग को भी सामान्य व शांत रखें।