अंडर आर्म को दुर्गंध-रहित व स्वस्थ्य बनाने के उपाय
अंडर आर्म को दुर्गंध-रहित व स्वस्थ्य बनाने के उपाय
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आर्मपिट/अंडर-आर्म या हिन्दी में जिसे काँख कहा जाता है. वह शरीर का एक विशेष महत्वपूर्ण हिस्सा है। जहां आपकी बाँह धड़ से जुड़ी होती हैं, वहाँ कंधे के नीचे का हिस्सा काँख कहलाता है। यह शरीर के उन हिस्सों में से एक है, जहाँ लगातार बाल (hairs) उगते रहते है और यहाँ पसीना भी अधिक मात्रा में आता है। अतः इन बालों की सफाई लगातार होते रहना जरूरी है। यहाँ कालापन या कालिमा भी आ सकती है और अधिक लापरवाही से त्वचा संबंधी अन्य रोग भी हो सकते हैं। इसलिए इसके बारे में सावधानियाँ बरतना एवं आगे बताये अनुसार देखभाल करना जरूरी है। अन्यथा जब भी आप अपने हाथ उठायेंगे या स्लीवलेस पहनेंगे तो यहाँ के पसीने, बालों या कालिमा के कारण आपको शर्मिंदा होना पद सकता है ।

बालों की सफाई करते रहें

यहाँ बढ़ने वाले बालों के बीच पसीना अधिक समय तक रुकता है या जल्दी सूखता नहीं है. यही बात यहाँ की समस्याओं की जड़ है। इसी कारण यहाँ बदबू भी आती है और त्वचा काली भी होने लगती है । इसलिए यहाँ के बालों को अधिक बढ़ने नहीं देना चाहिये और समयानुसार काटते रहना चाहिये । यहाँ के बालों को काटने के लिये बाज़ार में कुछ विशेष प्रकार की डिवाइसेस मिलती है; जिनसे यह काम आसान व सुरक्षित हो जाता है ।

कालिमा दूर करने के नुस्खे

यहाँ की कालिमा दूर करने के लिये कई घरेलू उपाय या नुस्खे अपनाये जा सकते हैं। आलू, खीरा व नींबू का ताजा रस निकाल कर यहाँ लगाए और कम-से कम 15 मिनट तक लगा कर रखें, फिर साफ पानी से धो लें। इसके अलावा बेकिंग (मीठा) सोड़े की दो बूंद पानी में पेस्ट बनाकर यहाँ हल्का सा मसाज़ करने से कालिमा कम हो जाती है । इस पेस्ट को पानी की जगह गुलाब-जल (रोज़-वॉटर) में बनाएँगे तो अधिक लाभ होगा । इसी तरह दूध, दही और थोड़ा सा आटा मिलाकर भी पेस्ट बनाकर लगा सकते हैं । इसे 10-15 मिनट बाद धो सकते हैं ।

कृत्रिम सेंट या डिओडरेंट का अधिक प्रयोग न करें

बदबू को दबाने के लिये लोग कृत्रिम सेंट या डिओडरेंट का अधिक उपयोग करने लगते हैं । ये कालिमा या अन्य त्वचा संबंधी समस्या को बढ़ा सकते हैं या इनसे स्किन का पिग्मेंटेशन (बदरंग होना) स्थायी भी हो सकता है । इसलिए ऐसे उत्पादों से बचे । प्राकृतिक या गारंटेड सुरक्षित उत्पादों का ही प्रयोग करें । वैसे तो उपरोक्त उपाय कर लेने के बाद इनकी आपको जरूरत नहीं पड़ेगी । हाँ, खासकर गर्मियों में ठंडे टेल्कम पाउडर का प्रयोग करना उचित है

स्वास्थ्य-प्रद आदतें / जीवन-शैली में सुधार

आपका आहार-विहार व जीवन-शैली यदि अच्छी है, तो काँख संबंधी समस्याओं की संभावना भी कम हो जाती है। इसलिए रोज़ स्नान करें, अधिक शराब व फास्ट फूड से बचें, संतुलित भोजन करें और संतुलित दिनचर्या अपनाएँगे तो हर अंग का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा ।

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