पटना. बिहार के चर्चित सृजन घोटाले में सीबीआई ने बुधवार को पहली चार्जशीट पटना के मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर की है. सीबीआई ने जांच में पाया है कि घोटाले का ये मामला काफी बड़ा है जो एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है. ये चार्जशीट पटना स्थित सीबीआई को विशेष कोर्ट में 6 आरोपियों के ख़िलाफ़ दायर किया हैं.
इनके अलावा भागलपुर के बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व ब्रांच मैनेजर अरुण कुमार सिंह, इंडियन बैंक के क्लर्क अजय कुमार पांडेय, पूर्व भू-अर्जन कार्यालय के नाजिर राकेश कुमार झा, पूर्व भू अर्जन पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह, बैंक ऑफ बड़ौदा के ब्रांच मैनेजर बरूण कुमार सिन्हा पर भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और जालसाजी, धोखाधड़ी व गबन के आरोप में चार्जशीट दायर किया गया है. दो को छोड़कर चार्जशीटेड सभी आरोपित भागलपुर जेल में हैं.
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपियों का ट्रायल सीबीआई की विशेष कोर्ट में चलेगा. घोटाले के कुल दस मामलों में सीबीआई जांच कर रही है. तीन मामलों में सीबीआई ने दो महिला आरोपियों और 15 पुरुष को अभियुक्त बनाया है. सीबीआई के अनुरोध पर ही मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सभी अभियुक्तों को भागलपुर जेल में रखने का आदेश दिया है.
बता दें कि अगस्त से ही शुरू हुई सृजन घोटाले की जांच में कई लोग गिरफ्तार किये गए थे. इनकी गिरफ्तारी की 90 दिन की अवधि भी अब पूरी होने वाली है. इसको लेकर जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार लोगों एक खिलाफ चार्जशीट दायर करना आवश्यक हो गया था. बीते हफ्ते भर से सीबीआई के टॉप अधिकारी पटना में जमे हुए हैं. मामले में अब तक दो बार सीबीआई कोर्ट में इसकी सुनवाई हो चुकी है.
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