इंदौर/ब्यूरो। स्टार्टअप को लेकर बेहतर माहौल बन रहा है। यहां केवल इंदौर के ही नहीं, बल्कि अन्य शहरों के स्टार्टअप भी आ रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब इंदौर मध्य प्रदेश का स्टार्टअप कैपिटल बन जाएगा। यह बात स्टार्टअप कम्यूनिटी हेडस्टार्ट द्वारा श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान में सेंट्रल इंडिया स्टार्टअप समिट में विशेषज्ञों ने कही। समिट में 300 से ज्यादा स्टार्टअप संचालक, 10 से ज्यादा निवेशक और करीब 20 सफल स्टार्टअप विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। इसमें डा. वैद्य के अर्जुन वैद्य और अन्य नामी वक्ताओं ने अनुभव साझा किए।
इसमें डायरेक्ट टू कंज्यूमर प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए प्रमुख मूल अवधारणाओं पर बात की गई। चिराता वेंचर्स के कैलाश नाथ और बीमा कवच के तेजस जैन ने बिजनेस टू बिजनेस द्वारा व्यवसाय बढ़ाने और इससे धन जुटाने की बारीकियां साझा कीं। जिप्टो कंपनी के सीओओ विनय धनानी ने विभिन्न यूनिकार्न कंपनियों की यात्रा के बारे में जानकारी दी। हेडस्टार्ट इंदौर चैप्टर के हेड मुदित ठक्कर ने बताया कि इंदौर स्टार्टअप के मामले में देशभर में नाम कमा रहा है।
कुछ वर्ष पहले शहर में बहुत कम स्टार्टअप थे, लेकिन अब संख्या 700 से अधिक हो गई है। प्रदेश में स्टार्टअप का अच्छा माहौल बन गया है और इसका असर अन्य शहरों पर भी पड़ रहा है। बाहर के कई स्टार्टअप इंदौर में आ रहे हैं। यहां स्टार्टअप नीति लागू होने के बाद कई तरह के लाभ मिलना शुरू हो गए हैं। जल्द ही इंदौर मप्र का स्टार्टअप कैपिटल बन जाएगा।
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