1984 सिख दंगे: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, गुरूद्वारे में लगाई गई थी आग, जिन्दा जल गए थे 3 सिख
1984 सिख दंगे: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, गुरूद्वारे में लगाई गई थी आग, जिन्दा जल गए थे 3 सिख
Share:

नई दिल्ली: पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में भड़के सिख विरोधी दंगों के मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले जगदीश टाइटलर की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. सिख विरोधी दंगों की जांच कर रही CBI ने कोर्ट में सिख विरोधी दंगों के मामले में एक नई चार्जशीट फाइल की है, जिसमें जगदीश टाइटलर पर कई इल्जाम लगाए गए हैं.

CBI की तरफ से दाखिल की गई नई चार्जशीट में जगदीश टाइटलर पर भीड़ को उकसाने, दंगे भड़काने के इल्जाम हैं. CBI के आरोपपत्र में ये भी कहा गया है कि जगदीश टाइटलर के भड़काने के बाद उसी भीड़ ने पुल बंगश गुरुद्वारे में आग लगा दी थी. पुल बंगश गुरुद्वारे में आग लगाए जाने की घटना से 3 सिख जिन्दा जल गए थे. जगदीश टाइटलर के खिलाफ IPC की धारा 147, 148, 149, 153 (a), 188 के साथ ही 109, 302, 295 और 436 के तहत आरोप लगाए गए हैं. बता दें कि सिख विरोधी दंगों की जांच कर रही CBI ने हाल ही में जगदीश टाइटलर की आवाज का नमूना भी लिया था, ये सैंपल CFSL लैब में लिया गया था. CBI की तरफ से इस संबंध में कहा गया था कि सिख विरोधी दंगों में कुछ नए सबूत सामने आए हैं, जिसके संबांधित टाइटलर की आवाज का सैंपल लिया गया है.

वर्ष 2000 में बनाया गया था नानावटी कमीशन:-

इंदिरा गांधी के क़त्ल के बाद पूरे देश में सिख विरोधी दंगे भड़क गए थे. इन दंगों की जांच के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार (भाजपा) ने वर्ष 2000 में नानावटी कमीशन गठित किया था. नानावटी कमीशन ने अपनी रिपोर्ट वर्ष 2005 में मनमोहन सिंह सरकार (कांग्रेस) को सौंप दी थी. नानावटी कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस के नेताओं के शामिल होने के बारे में कुछ अहम टिप्पणियां की थी. इसके साथ ही नानावटी कमीशन ने सिख विरोधी दंगों को लेकर दर्ज किए गए कुल 214 FIR में से 4 मामलों की जांच CBI से कराए जाने की सिफारिश की थी. इनमें 1 नवंबर 1984 को उत्तरी दिल्ली के पुलबंगश गुरुद्वारे में आग लगाए जाने का मामला भी शामिल था, जिसमें 3 सिखों  की जिन्दा जलकर मौत हो गई थी. 

CBI ने लगा दी थी क्लोजर रिपोर्ट:-

उधर, CBI ने जगदीश टाइटलर के खिलाफ केस में पहले क्लोजर रिपोर्ट लगा दी थी. हालांकि, सेशन कोर्ट ने CBI की तरफ से दाखिल क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार नहीं किया था. वहीं, इस मामले में एक अन्य आरोपी सुरेश कुमार को अदलात ने सबूतों के अभाव में वर्ष 2014 में आरोपमुक्त कर दिया था. वर्ष 2018 में मंजीत सिंह जीके को एक करोबारी से टेप्स मिले थे. जिसमे दावा किया गया था कि एक स्टिंग ऑपरेशन में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की थी. हालाँकि, सिख नरसंहार के 39 वर्षों के बाद भी कई लोगों को इंसाफ नहीं मिला है, अब जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद, ये देखना दिलचस्प होगा कि, यह मामला आगे कहाँ तक जाता है.

सुप्रीम कोर्ट द्वारा बैन हटाने के बाद भी बंगाल में नहीं दिखाई जा रही The Kerala Story, क्या थिएटर मालिकों को मिल रही धमकी ?

'भाजपा को सत्ता से हटाना है तो..', दिल्ली जाकर सीएम केजरीवाल से मिले नितीश कुमार, विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश

'कांग्रेस पार्षद फरीद कुरैशी के कारण पलायन को मजबूर हिन्दू..', पोस्टर लगाने वालों पर राजस्थान पुलिस ने की FIR, कार्रवाई जारी

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -