मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में तेजी से मरीजों के आकड़ें बढ़ते जा रहे है. वहीं, जबलपुर में महानगरों से मजदूरी कर लौटे कुंडम के अलग-अलग गांवों में रहने वाले 6 युवक कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. शनिवार शाम आइसीएमआर के एनआइआरटीएच व मेडिकल कॉलेज अस्पताल की वायरोलॉजी लैब से जारी 106 सैंपल की रिपोर्ट में मजदूर युवकों समेत 10 लोग कोरोना से संक्रमित मिले है. जिसमें मुंबई में सैलून की दुकान में काम करने वाला रांझी बापूनगर निवासी 34 वर्षीय युवक तथा सिंधी कैंप बड़ी मदार टेकरी निवासी 11 व 12 साल की दो बालिका शामिल हैं. कोरोना संक्रमित बालिकाओं के घर के दो अन्य सदस्य शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मिले थे. उधर आइसीएमआर से जारी रिपोर्ट में सिहोरा का एक 21 वर्षीय युवक पॉजिटिव मिला. वह 10 मई को अहमदाबाद से सिहोरा आया हुआ था.
मिली जानकारी के मुताबिक देश के शहरों से मजदूरी कर 14 मई को घर जा रहे कुंडम के मोहनी पिपरिया, हरदुली कला, चौरई कला और मांझी टोला हरदुली के 4 तथा विशनपुरा चौरई के 2 मजदूर युवकों को हरदुली स्थित छात्रावास में क्वारंटाइन कराया गया था. जिनके थ्रॉट स्वाव के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद युवकों को संस्थागत आइसोलेशन में भेजा जा रहा है.
बता दें की बापूनगर रांझी निवासी युवक मुंबई में सैलून में काम करता था. जो 15 मई को जयपुर लौटने के बाद जांच के लिए विक्टोरिया अस्पताल गया था. कोरोना के संभावित लक्षण सामने आने पर सैंपल लेकर उसे होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया था.
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