Jul 09 2016 04:14 PM
नई दिल्ली : इस्लाम के धर्म प्रचारक और उपदेशक डाॅक्टर जाकिर नाईक से बांग्लादेश के आतंकी हमले के हमलावरों के प्रेरित होने की जानकारी मिलने के बाद भारत सरकार सक्रिय हो गई है। केंद्र सरकार ने ओर जाकिर के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को विदेशों से मिलने वाले फंड की जांच प्रारंभ कर दी है। जांच के दौरान जाकिर के व्याख्यानों की सीडी की जांच भी की जा रही है।
केंद्र सरकार के ही साथ महाराष्ट्र सरकार ने 50 वर्ष के इस्लामिक धर्म प्रचारक के उन व्याख्यानों की जांच के आदेश दिए हैं। ऐसे व्याख्यानों में वे व्याख्यान भी हैं जिन पर विवाद उत्पन्न हुए हैं। आईआरएफ की गतिविधियां केंद्रीय गृह मंत्रालय की नज़रों में तब सामने आई जब इस तरह के आरोप लगे।
विदेशी फंड का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों और लोगों में कट्टरवादी विचार विकसित करने के लिए किया गया। गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विदेशी काॅन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्अ के अंतर्गत रजिस्टर्ड आईआरएफ की गतिविधियोें की जांच के लिए कहा गया है।
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