पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार (23 जून) को पटना में हुई विपक्षी दलों की महाबैठक में सभी नेताओं से कहा कि, आप लोग नेतृत्व करें, मैं समन्वय करूंगा. हम आज कोई नीति तैयार होने की उम्मीद नहीं कर सकते, मगर हम दो-तीन बैठकों के बाद इसकी उम्मीद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि, हम भाजपा को 150 सीटों पर समेट सकते हैं, क्योंकि उनके पास महज 37 फीसद वोट हैं.
इसके बाद नीतीश ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महाबैठक में देश की सभी बड़े विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए. बैठक अच्छी रही. इसमें मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया गया. एकसाथ चलने पर बात हुई है. हम सब साथ रहे तो भाजपा अवश्य पराजित होगी. अब मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में अगली और अंतिम बैठक 12 जुलाई को शिमला में की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगली बैठक में यह फैसला लिया जाएगा कि कौन कहां लड़ेगा.
इसके बाद अन्य दलों ने कांग्रेस नेताओं से अपनी बात रखने को कहा, मगर राहुल गांधी बोले, "हम आखिरी में बोलेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि वह इस मीटिंग में पुरानी घटनाओं को याद किए बगैर आए हैं, यानी उनके मन में कोई शिकायत (किसी दल के प्रति) नहीं है. राहुल ने कहा कि, भाजपा के पास संस्थागत एकाधिकार और वित्तीय एकाधिकार है. हमें उससे लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि भारत की नींव पर हमला हो रहा है. विपक्ष लचीलेपन के साथ मिलकर काम करेगा और आम वैचारिक मूल्यों की सुरक्षा करेगा.
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