क्रिकेट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करें वाले को मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार दिया जाता है. कई बार दो खिलाडियों भी एक ही मैच में इस पुरस्कार के दावेदार होते हैं लेकिन अगर पूरी टीम को ही मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार दिया जाए तो फिर ऐसा यादगार पल भला कौन याद नहीं रखना चाहेगा. ऐसा वेस्टइंडीज के 1999 के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हुआ था.
इस दौरे में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी. इस सीरीज में प्रोटियाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को 5-0 से हराया था. सीरीज के 5वें मैच में पहली पारी में मार्क बाउचर ने शतक लगाया और जैक केलिस ने 83 रन बनाए और एक विकेट लिया, दूसरी पारी में गैरी कर्स्टन ने 134 रन बनाए, तो जोंटी रोड्स ने तेज शतक लगाया, वहीं गेंदबाजी में पहली पारी में डोनाल्ड, तो दूसरी में एडम्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
ऐसे में निर्णायकों के लिए यह फैसला करना मुश्किल हो गया कि आखिर मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार किस को दिया जाए आखिर आपसी सहमति से तय किया गया कि तय किया कि यह खिताब सभी खिलाड़ियों को दिया जाएगा. इससे पहले पहले 3 अप्रैल, 1996 में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच हुए वनडे मैच में न्यूजीलैंड के सभी खिलाड़ियों को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया था.