जयपुर: राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर तमाम सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। कांग्रेस जहाँ केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर भाजपा पर निशाना साध रही है, वहीं आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला ।
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उदयपुर में महज एक व्हाट्सएप स्टेटस के कारण कट्टरपंथियों दवरा की गई कन्हैयालाल की हत्या और 2008 के जयपुर बम ब्लास्ट का जिक्र किया। शाह ने कहा कि, जब कन्हैयालाल की जान को खतरा था, तो गहलोत सरकार ने उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं दी ? जबकि उन्होंने धमकी मिलने के बाद सुरक्षा मांगी भी थी। इसके साथ ही गृह मंत्री ने जयपुर ब्लास्ट का जिक्र करते हुए गहलोत सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि, जयपुर ब्लास्ट के आरोपियों की सुनवाई के लिए गहलोत सरकार के एडवोकेट जनरल के पास वक़्त नहीं है।'
In 2019 Jaipur Special court gave death sentences to Mohammed Saif, Mohammed Sarwar Azmi, Saifur Rehman and Mohammed Salman for 2008 Jaipur serial Bomb blast which killed 71 people & Injured 180.
— Arun Pudur (@arunpudur) March 29, 2023
Today Rajasthan High Court acquitted all of the Terrorists & set them free. pic.twitter.com/LPm5iXbEGm
अमित शाह ने किस बम ब्लास्ट का जिक्र किया:-
बता दें कि अमित शाह ने जिस ब्लास्ट का जिक्र किया है, वो जयपुर में 13 मई, 2008 को हुआ था। यहाँ सिलसिलेवार बम ब्लास्ट हुए थे। ये बम विस्फोट मंदिरों के बाहर और मुख्य बाजारों में हुए थे। 9 बम पूरे जयपुर में प्लांट किए गए थे, जिनमें से 8 में ब्लास्ट हुआ था और कई लोग मरे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन बम धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 185 घायल हुए थे। इस मामले में 1293 गवाह और कई सुबूत कोर्ट में पेश किए गए, फिर भी सारे से सारे आरोपित बरी होने में कामयाब रहे थे। इन सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपितों में शाहबाज हुसैन, मोहम्मद सैफ, मोहम्मद सरवर आजमी, सैफुर्रहमान और मोहम्मद सलमान का नाम मुख्य रूप से शामिल था। इस मामले के कुछ आरोपियों को निचली अदालत ने दोषी भी ठहराया था, लेकिन मामला राजस्थान हाई कोर्ट में पहुंचा तो सब बरी कर दिए गए। यानी 73 लोगों की हत्या करने और 185 लोगों को जख्मी करने के मामले एक भी आतंकी को सजा नहीं मिली। इसी को लेकर गृह मंत्री ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा था, उनका कहना था कि, राजस्थान सरकार यदि आतंकियों के खिलाफ मजबूती से पैरवी करती, तो ब्लास्ट में मारे गए 73 लोगों के परिजनों को इन्साफ मिलता।
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