नई दिल्ली : 17 बैंकों से 9000 करोड़ लेकर देश से चंपत हुए बिजनेसमैन विजय माल्या का एक इंटरव्यू देश भर के मीडिया संस्थानों में घूमता रहा। मंगलवार को माल्या ने ट्वीट कर इस इंटरव्यू को ही खारिज कर दिया। उन्होने ट्वीट कर कहा कि मैंने किसी को कोई इंटरव्यू नहीं दिया। इंटरव्यू में माल्या के हवाले से कहा गया था कि वो देश लौटना चाहते है, लेकिन फिलहाल सही वक्त नहीं है।
दूसरी ओऱ संडे गार्जियन अखबार भी अपनी बातों पर अडिग है। उसका कहना है कि इंटरव्यू सही था। हांलाकि यह एक ईमेल इंटरव्यू था, इसलिए अखबार अपनी वेबसाइट पर इंटरव्यू से जुड़े ईमेल को शेयर करेगा।
माल्या ने कहा था कि मुझे शक है कि वहां मुझे अपना पक्ष रखने का उचित मौका नहीं मिलेगा। पहले ही मुझे अपराधी घोषित किया जा चुका है। इसी कारण मुझे नहीं लगता कि लौटने के लिए ये सही वक्त है। अपने स्थान के बारे में पूछने पर माल्या ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह बताना होशियारी होगा कि मैं कहाँ रह रहाँ हूँ।
मैं कोई खूंखार अपराधी तो हूँ नहीं कि ऑथोरिटीज को मेरी तलाशी करने की जरुरत है। फिलहाल मैं सुरक्षित रहना चाहता हूँ। जब माल्या से यह पूछा गया कि आखिर क्या वजह है कि उन्हें अपराधी की तरह पेश किया जा रहा है। तो उन्होने कहा कि मैं दिल्ली से अपने एक दोस्त के साथ निजी दौरे पर निकला हूँ, किसी बिजनेस के काम से नहीं।
पिछले साल ही मेरे नाम का लुकआउट नोटिस जारी किया गया था, लेकिन तब भी नहीं भागा। लोन चुकाने के मामले में माल्या ने कहा कि जब बैंक लोन देते है, तो उन्हें इससे जुड़े जोखिम के बारे में पता होता है। आगे उन्होने कहा कि मेरा कारोबार बढ़ रहा था, फिर अचानक गिरावट आ गई। मुझे विलेन न बनाया जाए, मेरे इरादे बिल्कुल नेक है।
मैं इसलिए चुप हूँ कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर न पेश किया जाए। रविवार को माल्या ने आरोप लगाया था कि ब्रिटिश मीडिया उन्हें अपना शिकार बना रही है। ट्वीट में माल्या ने यह भी कहा कि वो किसी से बात नहीं करेंगे, इसलिए उनके पीछे भागकर अपना समय बर्बाद न करें।