Oct 10 2015 02:24 PM
वाराणसी. जिस तरह से पूर्व में गणेशोत्स्व संपन्न हुआ व वाराणसी में जब प्रशासन की सख्ती के बाद जब वहां पर लोगो को भगवान की मूर्ति गंगा में विसर्जित नही करने दी गई थी तथा अब आने वाले दिनों में नवरात्र शुरू होने वाले है लिहाजा विसर्जन को लेकर नया बवाल प्रशासन की और से उपन्न न हो इसके लिए पूजा समितियां हाईकोर्ट पहुंच चुकी हैं. इनका कहना है की पारम्परिक तरह से बनाई गई मूर्तियों से गंगा में प्रदूषण का खतरा नहीं होगा. उन मूर्तियों को गंगा में विसर्जित करने की इजाजत दी जाए जिन्हें प्राकृतिक चीजों से बनाया गया है.
तथा इन समितियों का कहना है की हमे कोर्ट को यह भी बताना है की इन मूर्तियों का विर्सजन हम शास्त्रों के अनुसार ही करते है तो इस पर यह रोक क्यों मूर्तिकारों का कहना है की हम यह मूर्तियां गंगा से निकाली गई चिकनी मिट्टी, बांस, जूट, फूस और प्राकृतिक रंगों से ही इनका निर्माण करते है . व इसके कारण गंगा प्रदूषित नही होती है. तथा इस याचिका पर शनिवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है. जिसमे समितियां अपना पक्ष रखेगी.
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