कानपुर अग्निकांड: जिन्दा जल गईं माँ-बेटी, मूकदर्शक बना रहा प्रशासन, अधिकारियों पर हत्या का केस दर्ज
कानपुर अग्निकांड: जिन्दा जल गईं माँ-बेटी, मूकदर्शक बना रहा प्रशासन, अधिकारियों पर हत्या का केस दर्ज
Share:

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में जो हृदयविदारक घटना हुई, वो हादसा था या हत्या ? इसका खुलासा तो जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हो पाएगा, लेकिन अभी तो प्रशासन और राज्य सरकार दोनों कटघरे में है।  यहाँ प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। इस दौरान आग भड़कने की वजह से 44 साल की प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी 19 वर्षीय नेहा दीक्षित जिन्दा जल गईं। मामला बढ़ने के बाद इसे दबाने का प्रयास भी शुरू हो चुका है। कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक (SP) का कहना है कि दोनों ने अपने आप को आग लगा ली थी। हालांकि, यदि SP की बात को सच भी माना जाए, तो वहां मौजूद प्रशासनिक अमले ने दोनों को क्यों नहीं बचाया ? 

बता दें कि कानपुर देहात के मैथा तहसील के अंतर्गत आने वाले मड़ौली गांव में प्रशासन की टीम सोमवार (13 फ़रवरी) को अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। रिपोर्ट के मुताबिक, अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई ग्राम समाज (सरकारी) भूमि पर होनी थी। यहां पर बने अवैध निर्माण को हटाया जाना था। लेकिन, अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को देखते ही महिला और बेटी ने खुद को झोपड़ी में कैद कर लिया। इसके कुछ देर बाद वहां आग भड़क गई, जिसमे दोनों जिन्दा जल गईं। इस दौरान वहां मौजूद लोग वीडियो बनाते रहे। इसके बाद वहां का माहौल गरम हो गया। मृत महिला प्रमिला दीक्षित के पति कृष्ण गोपाल और उनके बेटे शिवम ने प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने झोपड़ी में आग लगा दी। इसके बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण इकठ्ठा हो गए और हंगामा शुरू हो गया। 

आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। अतिक्रमण हटाने गई टीम के साथ मौजूद लेखपाल को कुल्हाड़ी मारकर घायल कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। ADG कानपुर जोन आलोक सिंह, एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति और सीनियर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और परिवार वालों को मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिलाया। 

वहीं, पुलिस की तरफ से बताया गया है कि मधौली गांव के ही रहने वाले गेदनलाल ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि कृष्ण गोपाल, अंश और शिवम सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है। वहां पर घर का निर्माण कर रहे हैं। 13 जनवरी 2023 को इस शिकायत के आधार पर SDM मैथा में अतिक्रमित जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराने का आदेश दिया। रेवेन्यू इंस्पेक्टर नंदकिशोर और लेखपाल अशोक सिंह चौहान कृष्ण गोपाल के निर्माण को ढहाने के लिए बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे। इसके विरोध में कृष्ण गोपाल, बेटे शिवम और अन्य पारिवारीजन ने इसके खिलाफ मैती स्थित जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि घर गिराए जाने से पहले उनके रहने के लिए कोई वैकल्पिक प्रबंध किया जाए।

15 जनवरी को भी गिराया गया था पक्का निर्माण:-

रिपोर्ट के अनुसार, 14 जनवरी को अकबरपुर तहसीलदार रणविजय सिंह ने इस मामले में कृष्ण गोपाल, प्रमिला, शिवम और बेटी नेहा के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई। FIR में कहा गया कि कृष्ण गोपाल अपने परिवार के साथ सरकारी भूमि पर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। प्रशासन की तरफ से इसे हटाने के लिए कहा गया था। कृष्ण गोपाल दीक्षित ने बताया है कि विगत 15 जनवरी को भी उनका पक्का निर्माण ध्वस्त किया गया था। उस समय उनका पूरा परिवार अपने मवेशियों समेत DM नेहा जैन के कार्यालय पर रात को पहुंचे थे। हमारी यह जमीन 150 साल पुरानी है। पक्का निर्माण गिराए जाने के बाद दीक्षित परिवार वहां झोपड़ी बनाकर रहने लगा था, लेकिन उसकी भी शिकायत कर दी गई, जिसके खिलाफ फिर आदेश जारी हुआ। सोमवार (13 फ़रवरी) को इसी आदेश के मुताबिक, प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की टीम ने गांव में पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आरम्भ की। इस दौरान मां और बेटी ने अपने आप को झोपड़ी में कैद कर लिया और कुछ देर बाद वहां आग भड़क उठी, जिसमे दोनों जिंदा जलकर मर गए। 

पीड़ित कृष्ण गोपाल दीक्षित का आरोप:-

वहीं, मृतक महिला के पति कृष्ण गोपाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अधिकारियों ने झोपड़ी में आग लगा दी। उनका कहना था कि हम लोग वहां से हटने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान प्रशासनिक अधिकारीयों ने झोपड़ी में आग लगा दी। इसमें मेरी पत्नी और बच्ची जिंदा जल गई। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, कृष्ण गोपाल दीक्षित ने यह भी कहा है कि गांव के ही 8-10 लोग भी मौके पर मौजूद थे, जो कह रहे थे कि सबको जला दो, उन्ही लोगों ने झोपड़ी में आग लगा दी और फरार हो गए।  जिसमें मेरी बिटिया नेहा दीक्षित और पत्नी प्रमिला दीक्षित खत्म हो गई। दूसरी ओर, SP ने इस मामले में कहा गया है कि SDM के साथ पुलिस टीम गांव में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया गया था। टीम को देखकर महिला और उनकी बेटी ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने खुद को झोपड़ी में कैद कर लिया और आग लगा ली। दोनों को नाजुक हालत में निकाली गई और मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा है कि इस मामले में सख्त एक्शन लिए जाएंगे। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ग्रामीणों के हमले में जख्मी तहसीलदार को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। वहां उनका उपचार चल रहा है। इलाके में स्थिति सामान्य भारी संख्या में पुलिस और PAC के जवानों की नियुक्ती की गई है। माहौल को सामान्य बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने गए SDM और SO के सामने झोपड़ी में आग लगने से मां- बेटी की जलकर मौत के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। अभी दोनों माँ-बेटी के शव मौके पर रखे हुए हैं। 

अधिकारियों पर हत्या का केस दर्ज:-

मामले में मृतका के बेटे की शिकायत पर SDM मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, SO रूरल दिनेश कुमार, कानूनगो, लेखपाल सहित 25 से 30 लोगों के खिलाफ क़त्ल समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। कमिश्नर राजशेखर, ADG आलोक सिंह के समझाने के बाद भी परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और शव नहीं उठने दिया जा रहा है। माहौल को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।  

कानपुर अग्निकांड पर DM का बयान :-

उधर, जिलाधिकारी नेहा जैन का इस मामले पर कहना है कि अतिक्रमण हटाने के लिए टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची थी। यहाँ कुछ महिलाएं आगे आईं और कार्रवाई रोकने की कोशिश की। इस दौरान लेखपाल पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला भी किया गया। इसके बाद घर के अंदर जाकर मां-बेटी ने खुद को आग लगा ली। SO रूरा का हाथ भी मां-बेटी का बचाने की कोशिश में जल गया। मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। यदि किसी अफसर की लापरवाही सामने आई, तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।

'पीएम मोदी वो आखिरी चीज़, जिससे मैं डरता हूँ..', ऐसे क्यों बोले राहुल गांधी ?

बाल-बाल बचे पप्पू यादव, आरा-बक्सर हाइवे पर भीषण हादसा, 11 JAP नेता घायल

'सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार के दबाव में दिया राम मंदिर फैसला..', कांग्रेस नेता रशीद अल्वी का दावा

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -