नई दिल्ली : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को कहा कि भारत और अफगानिस्तान सदियों से तमाम तरह के संबंधों से जुड़े हुए हैं तथा उनका भारत दौरा दोनों देशों के संबंधों को और मजबूती प्रदान करने वाला साबित हुआ है। गनी ने अपनी भारत यात्रा के दौरान मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। गनी ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यह भारत दौरा हमें आपस में पहले से जोड़ रखे संबंधों को, इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि लाने के लिए अतिरिक्त विस्तार देने के लिए नया दृष्टिकोण प्रदान करने वाला साबित हुआ है।"
गनी ने नोबेल पुरस्कार प्राप्त प्रख्यात साहित्यकार रवींद्रनाथ टैगोर के प्रति उनकी मशहूर कृति 'काबुलीवाला' के लिए फिर से आभार जताया। गनी ने कहा कि टैगौर की इस रचना ने अफगानिस्तान को 'विशेष गौरव' प्रदान किया है। गनी ने कहा, "काबुलीवाला ने हमारे लिए वह किया है जो अरबों डॉलर खर्च कर किए जाने वाले विज्ञापन से भी संभव नहीं।" उन्होंने भारत द्वारा अफगानिस्तान को दिए गए 2.2 अरब डॉलर की मदद के लिए भी आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि भारत, अफगानिस्तान को चौथा सर्वाधिक मदद देने वाला देश है। गनी ने कहा कि अफगानिस्तान में भविष्य में निवेश की संभावनाओं को लेकर वह भारत के निजी क्षेत्र से आशान्वित हैं। उन्होंने साथ ही अफगानिस्तान की अहम भौगोलिक स्थिति और वहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध खनिज संसाधनों का हवाला देते हुए कहा कि ये अफगानिस्तान को आगे ले जा सकते हैं। गनी ने कहा कि अफगानिस्तान के 13,000 विद्यार्थी भारतीय विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत हैं तथा उन्होंने इसका अगले पांच वर्षो के लिए नवीनीकरण करने के लिए भारत सरकार की सराहना की। गनी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पहली बार भारत दौरे पर आए हैं।