भारत में भारी बारिश ने तापमान कम कर दिया तथा दिल्ली एवं अन्य महानगरें में जलजमाव होने और यातायात पर असर पड़ने की खबरें है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. हालांकि, विशेषज्ञों ने कहा है कि खरीफ के इस मौसम में बारिश किसानों को फायदा पहुंचाएगी क्योंकि धान जैसी फसलों की रोपाई जारी है. राष्ट्रीय राजधानी में 147.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम की अब तक की सर्वाधिक बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया और यातायात अवरूद्ध हो गया.
लगातार बारिश से अधिकतम तापमान आज और कम हो गया और यह 26. 5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो मौसम के सामान्य औसत से 9 डिग्री कम है. यह पिछले 16 साल में जुलाई में सबसे कम है.भारतीय मौसम विभाग के निदेशक बीपी यादव ने बताया, दिल्ली में 147. 8 मिमी बारिश दर्ज की गई जो मौसम की अब तक की सर्वाधिक है. हालांकि कोई रिकार्ड नहीं टूटा है. न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सुबह के व्यस्त समय में लोग यातायात में फंस गए. कुछ लोगें ने जलजमाव वाली सड़कों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली. पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने उत्तराखंड में जनजीवन आज अस्त व्यस्त कर दिया. पहाड़ी इलाके में सड़कें भूस्खलन के मलबे से अवरूद्ध हो गई. अधिकारियों ने चार धाम और मानसरोवर यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षित आवाजाही के लिए एसडीआरएफ कर्मियों को नियुक्त किया है. लगभग समूचा उत्तर प्रदेश इस समय मानसूनी बारिश से सराबोर है। ज्यादातर स्थानों पर जोरदार वर्षा से जहां मौसम खुशगवार है, वहीं नदियों के तेवर तल्ख होने लगे हैं।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरे प्रदेश पर छा चुका है और उनका रुख सामान्य है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई. कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई. अगले 24 घंटे के दौरान भी प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है. कुछ जगहों पर भारी वर्षा भी हो सकती है.