वॉइस क्लोनिंग से भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा ठगी का मामला
वॉइस क्लोनिंग से भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा ठगी का मामला
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आज कल ठगी का नया माध्यम बन चुका है वॉइस क्लोनिंग. ठग पीड़ित के किसी तकरीबन रिश्तेदार या खास दोस्त के पास उसी की आवाज में फोन पर बात करते हैं और इमरजेंसी बताकर हजारों लाखों रुपये की ठगी के काम को अंजाम देते है. ठग आवाज बदलने के लिए voice cloning tool का उपयोग करते हैं.  India में इस तरह की धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही है. दुनिया में Artificial Intelligence Voice Scam का सबसे ज्यादा इंडिया के ही लोग शिकार हो रहे हैं. एक सर्वे में शामिल 47 प्रतिशत से अधिक भारतीयों ने माना है कि या तो वो खुद पीड़ित हैं या ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो वॉइस स्कैम का शिकार भी हो गया है. तो चलिए समझते है क्या है वॉइस क्लोनिंग, कैसे किसी की आवाज कुछ ही सेकंड में हो जाती है चोरी, कितने और कैसे खुद को ठगी का शिकार होने से बचाएं.

क्या होता है वॉइस क्लोनिंग: AI वॉइस क्लोनिंग एक टेक्नोलॉजी है जिसका इस्तेमाल किसी व्यक्ति की आवाज की नकल उतारने के लिए भी किया जा रहा है. ये नकली आवाज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की सहायता से तैयार होती है जो एकदम हू-ब-हू है.  आवाज की कॉपी करने वाले तरीके को वॉइस क्लोनिंग भी बोला जाता है. ये आवाज इतनी अच्छे से कॉपी हो जाती है कि किसी के लिए भी असली और नकली आवाज में अंतर करना कठिन होता है. यहां तक सगे संबंधी भी नहीं पहचान पाते हैं.

कैसे तैयार हो जाती है नकली आवाज: एक बार जब किसी ठग को किसी की ऑडियो क्लिप मिल गई, तो उसे बस उस वॉइस क्लिप को ऑनलाइन किसी Ai टूल वाली वेबसाइट/ऐप पर अपलोड करना पड़ जाता है. ये Ai टूल उसी आवाज में कुछ भी नया रिकॉर्ड करने में सक्षम होता है. कुछ ही सेकंड में नई ऑडियो क्लिप डाउनलोड भी होने लग जाती है. ऑनलाइन ऐसी वॉइस क्लोनिंग के लिए ढेर सारी एप्लिकेशन मौजूद हैं. इनमें कुछ एप्लीकेशन फ्री हैं और कुछ 15 से 100 डॉलर प्रति महीने के हिसाब से चार्ज करती हैं.

3 सेकंड का वॉइस नोट ही चोरी के लिए काफी: आपकी आवाज की नकल करने के लिए सिर्फ तीन सेकंड की ऑडियो क्लिक ही बहुत है. इस छोटी सी क्लिप से आपकी आवाज में किसी भी भाषा में कुछ भी नया रिकॉर्ड भी किया जा सकेगा. ठग ये ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब) पर मौजूद आपके किसी ऑडियो, वीडियो या रील से ले पाएंगे. या अगर आपने व्हाट्सअप पर किसी को वॉइस नोट भेजा है तो वहां से भी ऑडियो क्लिप भी ले पाएंगे.

ऑडियो क्लिप हासिल करते ही ठगों का आधा काम पूरा हो जाता है. अब उन्हें सिर्फ आपके किसी सगे संबंधी की सूचना और उनका फोन नंबर प्राप्त कर चुके है. जिसके उपरांत आपके रिश्तेदार या दोस्त को सीधे फोन घुमा दिया जाता है या वॉइस नोट भेजकर इमरजेंसी की बात कहकर पैसे की Demand करते हैं.

किस तरह के बहाने बनाते हैं ठग?: खबरों का कहना है कि साइबर सिक्योरिटी एजेंसी McAfee ने रिसर्च रिपोर्ट में खुलासा भी कर दिया है कि दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए वॉइस स्कैम सबसे अधिक भारत में हो रहे हैं. यहां 4 में से 1 व्यक्ति इस तरह के स्कैम से प्रभावित है. विश्व के 7 देशों में 7054 लोगों पर किए गए सर्वे की रिपोर्ट इस प्रकार है-

83 प्रतिशत लोग ये पता लगाने में असमर्थ हैं कि उनके पास आया स्पैम कॉल किसी मशीन या सॉफ्टवेयर की सहायता से किया गया है या सच में कोई इंसान बोल रहा है. रिपोर्ट से पता चल गया है 47 प्रतिशत भारतीय या तो पीड़ित हैं या किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो Ai वॉइस स्कैम का शिकार हुआ है. दुनिया में ये आंकड़ा 25 प्रतिशत है. 66 प्रतिशत भारतीयों ने कहा है कि ऐसे वॉइस स्कैम वाले अधिक कॉल किसी मित्र या परिवार के सदस्य से आते है जिसे पैसे की तत्काल जरुरत होती है. जिनमे संभवतः माता-पिता (46%), जीवनसाथी (34%) या उनके बच्चे (12%) होते हैं. स्कैम वॉइस कॉल्स में सबसे अधिक दावा किया गया था 'मैं लुट गया हूं' (70%). इसके बाद 'कार एक्सीडेंट हो गया' (69%), 'फोन खो गया/वॉलेट खो गया' (65%) या 'विदेश हू्ं पैसे की तुरंत आवश्यकता है' (62%) जैसे बहाने बनाए गए. 

ठगी से बचने का उपाय: सबसे पहले अनजान नंबर से आने वाले कॉल पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, उसकी बातों पर तुरंत विश्वास नहीं करना है. उससे बात करने से पहले उसकी पहचान सुनिश्चित करना भी बेहद ही जरुरी है. कॉलर ID बताने वाली App जैसे ट्रूकॉलर का उपयोग कर पाएंगे. 

किसी रिश्तेदार या दोस्त की कॉल अगर किसी अनजान नंबर से आती है तो अलर्ट भी रहना होगा. प्रयास करें फोन काटकर उसके व्यक्ति के असली नंबर पर कॉल करके बात भी करना होगा.

अगर वह व्यक्ति फोन खो जाने का बहाना बनाता है या किसी और तरीके से जिद करता है तो उससे कुछ सवाल पूछिए इसके बारे में सिर्फ आप दोनों ही जानते हैं. यदि वह ठग होगा तो उत्तर  नहीं दे पाएगा. अगर फिर भी आपको उसपर शक होता है वीडियो कॉल पर आने की बात कहिए. वेरीफाई करने के बाद ही पैसा ट्रांसफर कर दीजिए.

अनजान शख्स के किसी अत्यावश्यक अनुरोध से बचें. ऐसे लोग हमेशा बिना सोचे समझे तुरंत निर्णय लेने के लिए दबाव बनाते हैं. कुछ भी जल्दबाजी में निर्णय न लें, खासकर जब कॉल करने वाला व्यक्ति पैसे या निजी सूचना मांग रहा हो.

अनजान व्यक्ति से अधिक देर तक बातचीत न करें. क्योंकि जितनी देर तक आप बातचीत जारी रखना होगा, वो आपसे ज्यादा पैसे या जानकारी देने के लिए मनाने की कोशिश करता रहेगा. बातचीत जल्द से जल्द समाप्त करें.

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