जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आंध्र के नक्सलियों द्वारा स्थानीय लोगो की सिलसिलेवार हत्याओं के बाद नक्सली इलाकों में रह रहे ग्रामीणों में नफरत व गुस्से की ज्वाला भड़कने लगी है और उन्होंने बाहरी नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी घटना में आज सुकमा जिले के गादीरास गांव में स्कूली विद्यार्थियों ने रैली निकालकर बाहरी नक्सलियों को निकाल करने का आव्हान किया. हज़ारो की संख्या में विद्यार्थी बाहरी नक्सली भगाओ के नारे लगा रहे थे.
नक्सलवाद भगाओ सुखहाल जीवन पाओ-
रैली में विद्यार्थी तख्तियां थामे हुए थे, जिनमें लिखा हुआ था कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी भाईयों, शासन के साथ मिलकर बाहरी नक्सलियों को दूर भगाओ. नक्सलवाद भगाओ सुखहाल जीवन पाओ. बस्तर छोड़ो वापस जाओ. नक्सलवाद मिटाओ अपना जीवन सुखमय बनाओ. मासा उर्फ बदरू का क्या सिर्फ छत्तीसगढ़ी आदिवासी होना कसूर.
महिलाओ का किया जाता है शोषण-
रैली में शामिल विद्यार्थियों ने भड़कते हुए कहा कि बाहरी नक्सली हमारे परिजनों को जबरदस्ती उठाकर ले जाते हैं और उनसे हत्याएं और शासन विरोधी कार्य करवा कर अपराध में झोंक देते हैं. हमारी आदिवासी बहनों को बहला फुसला कर ले जाने के बाद उनका शारीरिक शोषण किया जाता है. हमारे आदिवासी भाइयों से संगठन में कुली मजदूरी का काम करवाया जाता है और जब वे इस जिल्लत भरी जिंदगी से संत्रस्त होकर राष्ट्र की मुख्यधारा से जुडऩा चाहते हैं, तो उनका कत्लेआम कर दिया जाता है. विद्यार्थियों ने कहा कि बहुत हो गया नक्सलवाद का आतंक, अब हम शांति और खुशहाली से जीवन बसर करना चाहते हैं.